
पर्यावरणविद :-प्राथमिक शिक्षक संजय राठौड़ का शिक्षा,योग और पर्यावरण में उत्कृष्ट कार्य रहा है। बचपन से ही पेड़ पौधों के प्रति ज्यादा सवेंदनशील है बचपन मे आम ,जामुन,सीताफल के गुठली इकट्ठा कर खेतो में उगाते थे सन 2005 मे गायत्री परिवार के श्रीराम गुरुकुल में प्राचार्य पद पर पदस्त थे उस समय से गायत्री परिवार के वृक्ष गंगा अभियान के तहत प्रति वर्ष शेकडो पौधे लगाने का अभियान शुरू हुई ।उजड़ी पहाड़ी को गोद लेकर गायत्री परिवार के वृक्ष गंगा अभियान के तहत तरु मित्र ,तरु पुत्र महायज्ञ के दौरान 5100,2100,1100 पौधे लगाकर उस पहाड़ी पर लगे पेड़ो को पानी आदि देखभाल करते रहे स्वयं के गाँव मे मुक्तिधाम की पथरीली भूमि पर 800 पौधों कठिन परिश्रम से पौधों को पानी,मिट्ठी ओर सुरक्षा करते रहे आज सबसे सुंदर हरेभरे पेड़ो से मुक्तिधाम जिले में मॉडल बन चुका है अबतक 8 पहाड़ी हरीभरी हो चुकी है ।सन 2013 में शासकीय मराठी प्राथमिक शाला फोपनार खुर्द में संविदा शिक्षक के रूप में पदस्थ हुए फिर संकुल फोपनार के स्कूलों में जा जाकर वृक्षारोपन करने लगे और शिक्षकों जन्मदिन,विवाहदीन,ओर पूर्वजो की स्मृति में पौधे उपलब्ध करवाकर वृक्षारोपन करने लगे स्वयं के जन्मदिन पर प्रति 101 पौधे रोपित करने लगे और 51 पौधे प्रतिवर्ष वितरित करने लगे । हाल ही में इस वर्ष शासन के अंकुर कार्यक्रम के तहत 500 पौधे रोपित कर वायुदूत एप्प पर अपलोड करने पर स्वतंत्रता दिवस पर इस वर्ष पर्यावरण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर जिला कलेक्टर द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया ।साथ ही इस वर्ष फोपनार की पहाड़ी त्रिवेणी पर्वत,श्रीराम उपवन ,बोदरली की टेकड़ी,इच्छापुर की पहाड़ी पर वृक्षारोपण हुआ आज सभी पौधे हरेभरे है स्वयं के खेत में इस वर्ष निम,करंज,बरगद,आम,जामुन,शसहजन,कटहल,बादाम,गुलमोहर के 1200 पौधे तैयार किये है 3 से 4 फ़ीट होने पर इन्हें रोपित करेगे । पर्यावरण संवर्धन में वृक्ष गंगा अभियान की गाँव ओर संकुल में जागृति लाने का कार्य किया है।
