ईद मिलाद-उन-नबी का जुलूस निकालना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार…

अलहज मुहम्मद सईद नूरी ने बताया कि ज्ञापन में लिखी बातों को शरद पवार ने सकारात्मक तरीके से पढ़ा और आश्वासन दिया कि हम आपके शब्दों को यथासंभव लागू करने का प्रयास करेंगे। और वही पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात भी करेंगे कहा नूरी ने शरद पवार से मुलाक़ात के बाद कहा कि हमें उम्मीद है कि ईद मिलाद-उन-नबी का जुलूस अच्छे तरीके से निकलेगा। और ईद मिलाद-उन-नबी का जुसूस दुनिया को एक अच्छा संदेश देता है क्योंकि इस दिन अल्लाह ने पैगंबर हजरत मुहम्मद मुस्तफा को पूरी दुनिया के लिए इस्लाम का बोल बाला करने के लिए भेजा है। नूरी ने कहा कि हजरत मुहम्मद मुस्तफा का नाम मुसलमानों के लिए सबसे प्रिय है। एक मुसलमान सब कुछ सहन कर सकता है लेकिन वह अपने पैगंबर का जरा सा भी अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होने कहा, ईद मिलाद-उन-नबी का जुलूस निकालना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है।
उन्होने ये भी कहा, मैं उन मुसलमानों को बधाई देता हूं जो उनके जन्म की खुशी में जुलूस निकालते हैं । जुलूस देश में शांति और व्यवस्था का माहौल बनाता है और गंगा-जमुनी तहजीब को बनाए रखता है। इस दौरान नूरी ने पुणे और आसपास के सभी संगठनों और मुसलमानों को धन्यवाद भी दिया,
ज्ञापन देने के दौरान अल्हाज यूसुफ कादरी, इदरीस मेमन, जावेद जहांगीर डार, हाजी गुलाम रसूल, तारिक रिजवी, जीशान सैयद, नजीर वागो, फैज अहमद, अशफाक, सैयद शबीब काजी और अन्य भी उपस्थित थे।मुईन अख्तर खान की रिपोर्ट