बुरहानपुर। भारतीय किसान संघ ने फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने की मांग को लेकर मंगलवार को मंडी परिसर में धरना दिया। संघ ने राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार को एक ज्ञापन भी सौंपा है, जिसमें अपनी मांगों के बारे में उल्लेख करते हुए उन्हें जल्द पूरा कराने का आग्रह किया गया है। संघ के तहसील अध्यक्ष इंद्रपाल महाजन, प्रचार मंत्री भगवानदास महाजन ने बताया कि किसान एक जनवरी से दस जनवरी तक लागत आधारित लाभकारी मूल्य विषय पर संघ ने किसानों को जागरूक किया है। न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने करने के साथ ही इसके फार्मूले में बदलाव की मांग भी संगठन करता आया है। उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर आठ से नौ प्रतिशत किसान ही उपज बेचते हैं। शेष किसानों को मजबूरी में न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर व्यापारियों को उपज बेचनी पड़ती है। किसान संघ ने मांग की है कि लागत में भूमि का बाजार दर पर किराया, कृषि यंत्रों की घिसावट का मूल्य ह्रास, ट्रैक्टर व्यय, किसान परिवार को कुशल प्रबंधक की मजदूरी, बिजली और ट्यूबवेल, ड्रिप आदि का खर्च जोड़ा जाना चाहिए। किसान बाजार खुदरा मूल्य पर खाद, बीज खरीदता है। बाद में कर का भुगतान करते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे उपज बेचता है। जिससे वह दिनोंदिन गरीब होता जा रहा है। सरकार द्वारा समर्थन मूल्य की गणना जिस तरह से की जाती है उसमें कई खामियां हैं। इन खामियों को भी दूर किया जाए।