खिरकिया। दत्तात्रेय भगवान की जयंती प्राचीन गुप्तेश्वर मंदिर चारूवा मे मनायी गई। शनिवार को प्रातः मंदिर स्थित गुरू दत्तात्रेय की प्रतिमा का पूजन अभिषेक कर महाआरती की गई। महाआरती के पश्चात प्रसादी का वितरण किया गया। मंदिर के महंत गणेष पुरी, पं. हरिषंकर सिटोके, पं. उमाषंकर साकल्ले, पं. प्रेमनारायण शांडिल्य, महेषदत्त शुक्ल, पं. लखनलाल शर्मा, द्वारा पूजन अभिषेक एवं महाआरती संम्पन्न करायी। इस अवसर पर बड़ी संख्या मे श्रृद्धालु मौजूद थे। दत्तात्रेय भगवान की प्रतिष्ठा मंदिर में चंदादेवी अमरचन्द मेहता द्वारा कराई गई थी। महंत गणेष पूरी ने बताया कि भगवान दत्तात्रेय को गुरूओ का गुरू कहा गया है। उन्होने अपने जीवन मे हर छोटे से छोटे प्राणी से षिक्षा लेने को कहा, ताकि हम जीवन को बेहतर बना सके। ईष्वरीय अवतार होकर भी उन्होने 24 गुरू बनाए। जिसमे पृथ्वी, पिंगला, वेष्या, सूर्य, कबूतर, भृंग कीट, मछली सहित छोटे से छोटा जीव भी उनके गुरूओ को शामिल है। इस अवसर पर अलका बहमेचा, नीता अग्रवाल, राजश्री मेहता, पंकज अग्रवाल, भूमिका मेहता, रूपल मेहता, वन्दन मेहता, दक्ष मेहता, पर्व मेहता, बबलू पंवार, सोनू तिवारी, दिलेश गुर्जर, जगदीश पालीवाल, राजेष मेहता सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद थे।