
तांबे के बर्तन में पानी पीते आपने बहुत सारे लोगों को देखा और सुना होगा। आयुर्वेद में तांबे के बर्तन में पानी पीना बेहद सेहतमंद बताया गया है क्योंकि तांबे का पानी शरीर में तीनों दोषों (वात, कफ और पित्त) को संतुलित रखने में सक्षम है। यह पानी शरीर के कई रोग बिना दवा के ठीक करने की क्षमता रखता हैं और शरीर के जहरीले तत्वों को बाहर निकालता हैं। रात को तांबे के बर्तन में संग्रहित पानी को ताम्रजल के नाम से जाना जाता है हालांकि इस पानी का स्वाद थोड़ा अलग होता है लेकिन यह पानी कभी बासी नहीं होता। इस बर्तन में पानी पीने के बहुत सारे फायदे हैं, जिनके बारे में काफी लोग नहीं जानते।
-कैंसर लड़ने में सहायक
इस पानी में एंटी-आक्सीडेंट गुण कैंसर से लडऩे की शक्ति प्रदान करते हैं। अध्य्यन के अनुसार, तांबे में कैंसर विरोधी प्रभाव मौजूद होते है जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं।
-वजन घटाए
बदलते लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की वजह से कम उम्र में वजन बढऩा आजकल एक आम समस्या हो गई है। अगर आप भी बढ़े हुए वजन से परेशान हैं तो एक्सरसाइज के साथ ही तांबे के बर्तन में रखा पानी पीएं। इससे अतिरिक्त वसा कम हो जाती है।
- पेट की समस्या
बेवक्त खाना या फिर फास्ट फूड का अधिक सेवन करने से आजकल लोगों को पेट संबंधित कई परेशानियां का सामना करना पड़ता है। ऐेसे में अगर आप रोज सुबह खाली पेट तांबे के बर्तन में रखा पानी पीएं तो आपको ‘डायरिया’ और पेट की अन्य बीमारियां नहीं होगी। इसके अलावा यह पाचन क्रिया को भी सही ढंग से काम करने में मदद करता है।
-ग्लोइंग स्किन
अगर आप स्किन पर फाइन लाइन को लेकर परेशान है तो तांबे के बर्तन में पानी जरूर पीएं। इससे नई कोशिकाएं पैदा होती है, जिससे मुंहासे और स्किन संबंधित कोई समस्या नहीं होती। इसके अलावा त्वचा में निखार आता है।
- यादाशत मजबूत
हर रोज तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना दिमाग के लिए बहुत लाभकारी होता है। इस पानी से याददाशत तेज होता है। - पाचन क्रिया बेहतर
रात के समय तांबे के बर्तन में पानी डालकर रख दें और सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से पाचन क्रिया में सुधार होता है। रोजाना इस पानी को पीने से पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी परेशानियां भी दूर हो जाती हैं। - थाइराइड पर नियंत्रण
शरीर में हार्मोंस असंतुलन के कारण ही थाइराइड की बीमारी होती है,जिससे या तो वजन तेजी से घटता है या बढ़ता है। तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से थाइराइड के हार्मोंस नियंत्रित रहते हैं। - गठिया
तांबे में एंटीएफ्लामेंट्री गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करते हैं। इस पानी को पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं। यह शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालते हैं जिससे जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत मिलती है। - एनीमिया
ज्यादातर भारतीय महिलाओं में खून की कमी पाई जाती है, जिससे सेहत से जुड़ी बहुत- सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एनिमिया के रोगी को तांबे के बर्तन में पानी पीने से लाभ होता है। तांबा डाइट में शामिल आयरन को आसानी से सोख लेता है,जिससे शरीर में जल्दी ही खून की कमी पूरी हो जाती है।
तांबे का पानी पीने से हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है। यह ब्लड प्रैशर को नियंत्रित रखता है और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है। जिससे दिल से जुडी बीमारियां दूर हो जाती हैं।
- शरीर की आंतरिक सफाई
शरीर को डिटॉक्स करना बहुत जरूरी है। इससे बीमारियां दूर और शरीर स्वस्थ्य रहता है। इससे हानिकारक बैक्टिरिया बॉडी से बाहर निकल जाते हैं, जो किडनी और लिवर को साफ रखता है। - ध्यान रखें ये बातें
तांबे के बर्तन में कम से कम 8 घंटे तक रखा पानी ही लाभदायक होता है। जिन लोगों को सर्दी-जुकाम की समस्या आम रहती है उनको इस पानी में तुलसी के कुछ पत्ते डाल देने चाहिए।