प्रदेश अध्यक्ष शालिकराम चौधरी के नेतृत्व में माननीय मुख्यमंत्री महोदय के नाम दिया ज्ञापन।
बुरहानपुर-अध्यापक संघ मध्यप्रदेश के प्रांत अध्यक्ष शालिकराम चौधरी ने बताया कि अध्यापक संवर्ग को जुलाई 2018 से राज्य शिक्षा सेवा में नियुक्ति आदेश दिया गया था तभी से अध्यापक संवर्ग मांग करता आया है कि हम 1998 में नियुक्त हुए हैं और हमारी मांग शिक्षा विभाग में संविलियन की रही है किंतु सरकार द्वारा शिक्षा विभाग की जगह राज्य शिक्षा सेवा का गठन कर उसमें नियुक्ति दर्शाई गई है जिससे हमारी 20 वर्ष की सेवा अवधि की गणना 0 हो गई है जो कि न्याय संगत नहीं है राज्य शिक्षा सेवा के आदेश का जब विरोध हुआ तो सरकार में विज्ञप्ति के माध्यम से स्पष्ट किया था कि अध्यापक संवर्ग में की गई सेवा की गणना की जाएगी किंतु आयुक्त लोक शिक्षण संचनालय द्वारा 8 मार्च 2021 को एक पत्र जारी कर शिक्षक संवर्ग की नींद हराम कर दी जिसमें लिखा गया है कि क्रमोन्नति का लाभ सामान्य प्रशासन विभाग की अनुमति के बाद ही दिया जा सकेगा। वर्तमान में 50,000 से अधिक शिक्षकों को क्रमोन्नति का लाभ दिया जाना शेष है।
क्रमोन्नत वेतनमान का लाभ प्राप्त करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री महोदय के नाम एसडीएम श्री काशीराम बडोले जी को ज्ञापन सौंपा गया है एवं शीघ्र निराकरण की मांग की गई है।
इस अवसर पर ज्ञापन प्रेषित करने हेतु समस्त संगठन के पदाधिकारी शालिग्राम चौधरी, दीपक डोले, नंदकिशोर मोरे,विजय महाजन, स्वप्निल महाजन, प्रमोद चौधरी, जयराम निराले ,सुधाकर माकुंडे, संतोष निंभोरे, इफ्तेखार बॉक्स, केतन तारे, प्रकाश पाटिल, सुनील महाजन, पंढरीनाथ सोनावाने, भानुदास भंगाले, गणेश सोनेकर शेर बाबू आदि उपस्थित थे।