
इस दौरान श्रीमती चिटनिस को ग्राम नीमगांव स्थित मोहना नदी पर बने सेलगांव बैराज की समस्या से अवगत कराकर निराकरण किए जाने की मांग रखी। जिस पर श्रीमती चिटनिस ने अधिकारियों के साथ सेलगांव बैराज का मौका स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। अवलोकन पश्चात पाया गया कि बैराज के गेटों की मरम्मत का कार्य, बैराज की ऊपर की साइट का गाद एवं खरवा निकलवाना, साइट वॉल की मरम्मत कर उंचाई में वृद्धि किया जाना पाया गया। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि बैराज के बेसीन में गाद जमा होने से गाद एवं खरवा की खुदाई कर पानी क्षमता बढ़ाने का कार्य सुनिश्चित किया जाए।
इस दौरान श्रीमती अर्चना चिटनिस ने जल शक्ति अभियान के अंतर्गत ग्रामीणों को जल के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि वास्तव में भूमिगत जल का गितरा हुआ स्तर हम सबके लिए चिंता का विषय है। यदि हम आज सजग नहीं हुए तो आने वाली स्थिति बहुत ही भयावह होगी।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि जल पुनर्भरण और संवर्धन का लक्ष्य राज व सामुदायिक सहयोग से संभव हो सकेंगा। वर्षा कम नहीं है, लेकिन उसे संभाल ले यह जरूरी है। उन्हांेने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का जल शक्ति मिशन का बुरहानपुर में सर्वश्रेष्ठ क्रियान्वयन होगा। इस हेतु ग्राम वार कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन किया जा रहा है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी कार्ययोजना जल शक्ति अभियान के अंतर्गत अभी से आगामी वर्षा के पूर्व तक सुनियोजित कार्ययोजना व क्रियान्वयन हेतु जल समृद्ध बुरहानपुर उद्देश्य के साथ कार्य किया जा रहा है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पानी को लेकर बहुत ज्यादा संवेदनशील है। एक ओर उन्होंने जल जीवन मिशन प्रारंभ किया जिसके माध्यम से घर-घर तक जल पहुंचे वहीं दूसरी ओर ‘‘जल शक्ति मिशन‘ अभियान प्रारंभ किया है ताकि गांव में पानी रिचार्ज हो। जल शक्ति अभियान से जल जीवन मिशन प्रभावी होगा। नीति आयोग ने भी ग्राउंड वाटर को लेकर बहुत ही चिंताजनक रिपोर्ट दी है। हर 10 साल में पानी की मांग दुगनी होती है और पानी की उपलब्धता 4 गुना कम हो जाती है। यह जो गेप है और यह गेप अगर बढ़ता रहेगा तो बुरहानपुर जिले में तो बहुत ही दर्दनाक स्थिति हो जाएगी। क्योंकि हमारे यहां का जलस्तर 1100 से 1500 फिट नीचे चला गया है, कहीं जगह तो पानी ही नहीं मिल रहा है।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुरू किए गए जल शक्ति अभियान अंतर्गत ‘कैच द रैन‘ ‘‘जल संवर्धन एवं भूमिगत जल पुनर्भरण‘‘ अंतर्गत पूर्व मंत्री श्रीमती चिटनिस द्वारा जल शक्ति अभियान चलाया जा रहा है। इसमें ग्रामीणों द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा भी लिया जा रहा है, जिससे जिलेभर में अनेक जल संरचनाओं की मरम्मत, रखरखाव तथा नवीन जल संरचनाओं का निर्माण हो सकेंगा। श्रीमती चिटनिस ने ग्रामीणों से कैच द रैन अभियान अंतर्गत जिले में निर्मित संरचनाओं की प्रगति सहित पुरानी जल संरचनाओं की मरम्मत, कुओं की रिचार्जिंग इत्यादि विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा जल संरक्षण एवं संवर्धन की प्रमुख तकनीक, परिचय व तकनीकी पक्ष, ग्रे वाटर प्रबंधन, तकनीकी पक्ष, जल सुरक्षा-सामाजिक आंदोलन, जल संरक्षण एवं संवर्धन में सामुदायिक सहभागिता सहित आगामी कार्ययोजना बात चर्चा की।
इस दौरान गुलचंद्रसिंह बर्ने, डिगंबर नाना पाटिल, प्रभाकर चौधरी, किशोर पाटिल, प्रदीप पाटिल, दिनकर महाजन, प्रभाकर कोली, हेमराज पाटिल, प्रकाश महाजन सहित अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी व ग्रामीणजन मौजूद रहे।