बुरहानपुर/खकनार
17 जून रात से फरार थे दोनों लड़की नाबालिक 16 वर्ष को लड़का अरुण 26 वर्ष भगा कर अपने साथ ले गया
परिजनों ने ढूंढने के प्रयास किए 16 दिनों में दोनों परिवार में से किसी ने भी पुलिस में रिपोर्ट नहीं दर्ज की।
3 जुलाई शनिवार को जंगल में लकड़ी चुनने वालों ने शाम में 4:00 बजे के लगभग गांव में खबर की लड़की और अरुण की लाश वहां पर पड़ी है।
गांव वालों ने डायल 100 पर सूचना दी खकनार से दो पुलिस के जवान आए घटनास्थल महाराष्ट्र होने पर उन्होंने महाराष्ट्र की धारणी थाना में सूचना दी महाराष्ट्र पुलिस ने मौके पर जाकर पंचनामा बनाकर धारणी स्वास्थ्य केंद्र में दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया
लड़की के परिजनों ने बताया कि 17 जून रात 3:00 बजे लड़की लघुशंका के लिए घर से बाहर गई थी 1 घंटे बाद तक नहीं आने पर हमने उसे ढूंढना शुरू किया आसपास के क्षेत्र में उसे ढूंढा वह नहीं मिली, दूसरे दिन हमने रिश्तेदारों को फोन लगाया और खबर की।
18 तारीख को शाम में पता चला गांव के ही अरुण नाम के लड़के के साथ हमारी लड़की गई है अरुण के परिजनों के पास जाकर हमने कहा हमारी लड़की को वापस पहुंचा दो तब अरुण के पापा ने कहा कि ठीक है हम ढूंढ कर वापस भेज देंगे।
5 दिन बीतने पर लड़की के परिजनों द्वारा खकनार थाना में किसी पुलिसकर्मी को मौखिक रूप से बताया गया उसने भी आश्वासन दिया ठीक है तुम्हारी लड़की ढूंढ कर ला देंगे। उसके बाद हम खेती किसानी के काम में लग गए अचानक 3 जुलाई को उनकी मौत की खबर मिली हम घटनास्थल पर गए पुलिस ने उनकी शव धारणी लेकर गए।
लड़की के परिजनों का कहना है कि घटनास्थल पर जिस स्थिति में उन दोनों की लाश पड़ी थी उसे देखकर ऐसा लग रहा है यह आत्महत्या का मामला नहीं है उन्हें मार कर वहां लिटाया गया है। जहर पीने के बाद जीव तड़पता है वहां कोई निशान नहीं है।
लड़के के परिजनों का कहना है कि अरुण 26 वर्ष की आयु पार कर चुका है वह मजदूरी करता था या बकरी चराने का काम करता था 17 जून की रात 9:30 बजे के लगभग वह अपने दोस्त के साथ घर से गया था रात में घर आया पता नहीं सुबह जिस दोस्त के साथ गया था वह हमारा पड़ोसी नरेश है हमने उससे पूछा अरुण कहा है उसने कहा मुझे पता नहीं उसके बाद से नरेश जलगांव काम करने चला गया हम जळगाव भी गए लेकिन अरुण ओर लड़की हमे नही मिले।
लड़का और लड़की को हमने बहुत तलाश किया वह नहीं मिले शनिवार 3 जून को लकड़ी चुनने वालों से पता लगा आपके बच्चों के शव जंगल में पड़े हैं परिजनों ने बताया 17 जून को देड़तलाई बैंक ऑफ इंडिया से अरुण ने 15000 रुपए निकाले थे और 3 जुलाई को उसके पास से 560 रुपए ही निकले और उनके परिजनों का भी कहना है कि यह आत्महत्या का मामला नहीं है इन्हें मार कर यहां छोड़ दिया गया है और अरुण के सामने के दांत भी टूटे हुए हैं।
इनका कहना है
सुरेंद्र बेलखेड़े टी. आई. थाना धारणी ने बताया सूचना मिलने पर घटनास्थल पहुंचे वहां पंचनामा बनाकर दोनों शव पोस्टमार्टम कर परिजनों के सुपुर्द लगा दिए पी.एम. रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं अभी बता नहीं सकते मामला क्या है