
पब्लिक लुक- इबादत का महीना रमजान का 29वां रोजा बुधवार को पूरा हो चुका है। अब ईद के चांद के दीदार को बुधवार की शाम से ही मौलाना आसमान की ओर से टकटकी लगाए देख रहे थे। हर कोई खुले आसमान में चांद की एक झलक पाने को बेकरार था। जब देर शाम चांद न दिखने का एलान किया तो एक ओर से रोजेदारों में ईद न होने की उदासी थी तो दूसरी ओर 30वें रोजे पर एक दिन और अल्लाह की इबादत करने का मौका मिलने की खुशी थी। 30 दिन का रोजा रहने का मौका मिलने पर रोजेदारों ने एक दूसरे को फोन पर बधाई दी। शुक्रवार को जुमे के दिन ईद होने से तैयारियों का समय मिलने की खुशी भी रोजेदारों में नजर आयी । जानकारी देते हुए खेड़़ीपुरा मोहम्मदी मस्जिद इमाम सैय्यद नज़ाकत अली बाबा ने बताया कि बुधवार को चांद नहीं दिखाई दिया। जिसकी वजह से ईद अब शुक्रवार को होगी। ऐसे में रोजेदार 30वीं रमजान पर एक दिन का रोजा गुरुवार को भी रख सकेंगे। सैय्यद नज़ाकत अली ने ईद की नमाज के साथ ही अल्लाह से समाज को कोरोना से महफूज करने की दुआ करने की अपील की है। रोजेदार छतों पर आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे थे। देर शाम चांद न दिखाई देने और शुक्रवार को ईद होेने की घोषणा की गई। वहीं हरदा सहित सभी बाजारों में में लॉकडाउन के प्रतिबंध के चलते दुकानें बंद थीं । इसकी वजह से ईद की खरीदारी का बाजार भी ठंडा रहा..मुईन अख्तर खान