शैक्षणिकबुरहानपुर जिलाध्यक्ष चयन के लिए कांग्रेस ने फिर की रायशुमारी,राष्ट्रीय सचिव के सामने दावेदारों ने किया शक्ति प्रदर्शन, दिया इंटरव्यू by Public Look 24 TeamJanuary 8, 2022January 8, 202201241 बुरहानपुर। करीब डेढ़ माह से खाली पड़ी कांग्रेस जिलाध्यक्ष की कुर्सी को भरने के लिए एकबार फिर से कांग्रेस ने रायशुमारी और इंटरव्यू की कवायद शुरू कर दी है। शनिवार को शहर पहुंचे कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं मप्र के सह प्रभारी सीपी मित्तल के सामने इस कुर्सी के करीब डेढ़ दर्जन दावेदारों ने शक्ति प्रदर्शन किया। प्रत्येक दावेदार से मित्तल ने रेस्टहाउस के बंद कमरे में बात की। उनके राजनीतिक सफर से लेकर अब तक किए गए कामों की जानकारी ली। उन्होंने यह भी जानने का प्रयास किया कि किस दावेदार का क्षेत्र में जनाधार कैसा है और उसके साथ पार्टी के कितने नेताओं का समर्थन है। इसके अलावा मित्तल ने पार्टी के अन्य पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से भी रायशुमारी कर जिले की स्थिति जानने का प्रयास किया। कांग्रेस के निवर्तमान शहर जिलाध्यक्ष अजय सिंह रघुवंशी भी उनसे मिले और पार्टी हित में अपना पक्ष रखा। इस दौरान अजय रघुवंशी ने कहा कि हम पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। पार्टी जिसे भी जिलाध्यक्ष नियुक्त करेगी हम उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेंगे। उन्होंने अपनी ओर से किसी अल्पसंख्यक को इस बार जिलाध्यक्ष की कुर्सी सौंपने की बात रखी है। इसके लिए नगर निगम के निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष अकील औलिया और रफीक गुल मोहम्मद के नाम सुझाए गए हैं। सुबह करीब 11 बजे से शुरू हुआ शक्ति प्रदर्शन कर सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। शहरी क्षेत्र के दावेदारों के बाद उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के दावेदारों से भी मुलाकात की।इन नेताओं ने की दावेदारीशनिवार को राष्ट्रीय सचिव के सामने शहर जिलाध्यक्ष के लिए अकील औलिया, रफीक गुल मोहम्मद,सलीम काॅटनवाला,रिंकू टाक, संतोष देवताले, विधायक सुरेंद्र सिंह के भतीते हर्षित ठाकुर, पूर्व विधायक हमीद काजी के पुत्र नूरुद्दीन काजी, राकेश खत्री और शैली कीर आदि ने दावेदारी पेश की है। महिलाओं में गौरी दिनेश शर्मा, प्रितीसिंह राठौर ने भी अपनी दावेदारी प्रस्तुत की इसी तरह ग्रामीण जिलाध्यक्ष के लिए पूर्व विधायक रवींद्र महाजन, अशोक पाटिल, हेमंत पाटिल, नेपानगर से सोहन सैनी, पूर्व विधायक रघुनाथ चौधरी, यशवंत चौकसे, बलराम राठौर, राजू महाजन और कृष्णा आसखेडेकर आदि ने दावेदारी पेश की है। सभी यहां अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे।समर्थकों ने की नारेबाजीरेस्टहाउस में जिलाध्यक्ष पद के दावेदार और विधायक के भतीते हर्षित ठाकुर के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने हमारा नेता कैसा हो हर्षित ठाकुर जैसा हो के नारे लगाए। इसके अलावा अन्य कुछ दावेदारों के समर्थकों ने भी नारे लगाए। इस बीच विधायक सुरेंद्र सिंह भी वहां पहुंचे और राष्ट्रीय सचिव से मुलाकात कर अपनी बात रखी। उन्होंने अकेले में क्या बात की यह तो नहीं सुना जा सका लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने हर्षित जैसे युवा चेहरे को मौका देने की वकालत की है।अरुण यादव का पार्टी में अलग स्थानरायशुमारी के दौरान पत्रकारों ने सीपी मित्तल से पूछा कि अरुण यादव समर्थक जिलाध्यक्षों को हटाने के पीछे कहीं खलघाट का प्रस्तावित आंदोलन तो कारण नहीं है। जिस पर उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। कई जगह दस-दस साल से जिलाध्यक्षों में बदलाव नहीं हुआ था। जिसके कारण पार्टी ने नए सिरे से बाडी गठन की प्रक्रिया शुरू की है। जहां तक अरुण यादव का सवाल है वे खुद प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रहे हैं। उनका पार्टी में अपना अलग स्थान है। निमाड़ क्षेत्र में पार्टी को खड़ा रखने में उनकी अहम भूमिका रही है।