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Friday, Feb 14, 2025
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शैक्षणिक

बुरहानपुर जिला हुआ कोरोना मुक्त, विगत एक सप्ताह से कोई केस नही, एक्टिव केस भी जीरो

बुरहानपुर-जिले में कहर बरसाने के बाद अब कोविड संक्रमण की दूसरी लहर पूरी तरह से विदाई ले चुकी है, पिछले एक सप्ताह से जिले में कोविड पॉजिटिव का कोई भी मरीज नही मिला है, वही पूर्व में भर्ती मरीजांे को स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किया गया है, वर्तमान मंे एक भी एक्टिव मरीज नही बचा है और जिले के दो कोविड सेंटर बंद कर दिये गये है एवं ए.एन.एम.टी. सेंटर को ताला लगा दिया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एम.पी.गर्ग ने बताया कि अभी तक 131863 सेम्पलों की जांच हो चुकी है, जिसमें से 2568 कोविड पॉजिटिव होकर 2529 स्वस्थ्य हो चुके है। 39 लोगांे की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है। जिले का पॉजिटीविटी रेट 1.95 है और रिकवरी रेट 98 प्रतिषत है।
      जिले को कोरोना मुक्त करने के लिये कलेक्टर एवं जिला मजिस्टेªट श्री प्रवीण सिंह के विषेष प्रयास कारगर साबित हुए। ग्राम एवं षहरी क्षेत्रों में कोरोना के हॉट स्पॉट चिन्हांकित कर उनमें कोरोना को समाप्त करने हेतु जिला प्रषासन व्दारा आई.आई.टी.टी.प्कमदजपपिबंजपवद प्ेवसंजपवद ज्मेजपदह – ज्तमंजउमदज को दृष्टिगत रखते हुए निम्नलिखित उपाय अपनाये गये है।
संक्रमित स्थानों एवं महाराष्ट्र से आने-जाने पर पाबंदी एवं आवागमन पर निगरानी
ऽमहाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों की आर.टी.पी.सी.आर.नेगेटीव रिपोर्ट की अनिवार्यता।
ऽआने वाले यात्रियों का बार्डर चेक पोस्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग, रैपिड एंटीजन परीक्षण।
ऽमहाराष्ट्र से आने-जाने वाली बसो पर प्रतिबंध।
ऽरेल्वे से आने वाले यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण एवं होम क्वारेंटीन टीम व्दारा    निगरानी, कोविड केयर सेंटर व्दारा दूरभाष से मानिटरिंग।
ऽअनावष्यक आवागमन पर रोक, केवल अत्यावष्यक सेवाओ के लिए ही छूट।
कोविड-19 संभावित/संदिग्धों की क्षेत्रानुसार पहचान –
ऽकोविड संभावित/संदिग्धो की क्षेत्रानुसार पहचान के लिये फीवर क्लीनिक एवं     मोबाईल फीवर क्लीनिक का आयोजन।
ऽ कोविड-19 रोगियो के षीघ्र पहचान एवं त्वरित उपचार की दृष्टि से ग्रामीण एवं षहरी क्षेत्रो में दिनांक 7 मई से 24 मई 2021 तक स्पेषल फीवर स्क्रीनिंग कैम्पेन किल कोरोना-3 अभियान का सफल संचालन किया गया एवं आगामी 31 मई 2021 तक किल कोरोना-4 अभियान निर्धारित किया गया है।
ऽ षासकीय अस्पताल/निजी अस्पतालो मंे भर्ती मरीजो, सी.टी.स्केन कराने वाले मरीजो एवं ग्रामीण चिकित्सकों के पास आने वाले मरीजो की क्षेत्र अनुसार पहचान।
ऽ कॉन्टेक्ट टेªसिंग व्दारा कोविड संभावित/संदिग्ध मरीजों एवं कोविड पॉजिटिव व्यक्तियों के संपर्क में आये व्यक्तियो की पहचान हेतु उड़न दस्तादल/पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कोविड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर व्दारा शीघ्र पहचान।
ऽ अस्पतालो में भर्ती संदिग्ध मरीजों के अंटेण्डर्स एवं संपर्क मे आये परिवार के   सदस्यो/रिष्तेदार आदि व्यक्तियों की शीघ्र पहचान हेतु संभावित/संदिग्धांे की गूगल षीट के माध्यम से ऑनलाईन एंट्री एवं तुरंत कार्यवाही।  
ऽ संदिग्ध मृत्यु होने पर परिवार एवं पड़ोस के लोगो की पहचान।
कोविड-19 संभावित/संदिग्धो का आइसोलेषन एवं क्वारेंटंीन-
ऽकोरोना वायरस की चैन ब्रेक करने के लिये सतत् संपर्क हेतु विविध दलों का गठन एवं नियमित मॉनिटरिंग।
ऽषहरी क्षेत्रो में वार्ड अनुसार एवं ग्रामीण क्षेत्रांे के प्रत्येक गांव मे होमक्वारेंटीन टीमों
  का गठन एवं सभी कोविड पॉजिटीव/संदिग्ध व्यक्तियों को तत्काल क्वारेंटीन,    पोस्टरों का प्रदर्षन एवं नियमित मॉनिटरिंग।
ऽ कोविड के संभावित लक्षण वाले संदिग्ध रोगियों/बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों की जांच व्दारा पुष्टि होने तक उन्हें होम क्वारेंटाईन अथवा घर पर सुविधा उपलब्ध न होने पर पंचायत या सामुदायिक भवन आदि मंे संस्थागत क्वारेंटाईन किया जाना।
ऽ मृतक के अंतिम संस्कार के लिये जिला प्रषासन से अनुमति, अंतिम संस्कार में सोषल डिस्टेंसिंग, मास्क की अनिवार्यता, अंतिम क्रिया में केवल 10 लोगो को ही अनुमति एवं मृतक परिवार को 14 दिनों तक क्वारेंटीन।
ऽ कंटेन्टमेंट रणनीति के अंतर्गत मेगा केंटेन्टमेंट, माइक्रो कंटेन्टमेंट एवं सी.1 सी.2, सी.3 कंटेन्टमेंट झोन का बनाया जाना।
 कोविड पॉजिटिव प्रकरणांे के अनुसार क्षेत्रवार रेड, आरंेज एवं ग्रीन क्षेत्रों का चिन्हांकन। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए कोविड-19 के एक्टिव केसो की संख्या के आधार पर 03 जोन में विभाजन। जिसमें 5 या 5 से अधिक एक्टिव केसेस प्रति ग्राम पंचायत -लाल जोन, 1 से 4 एक्टिव केसेस प्रति ग्राम पंचायत पीला जोन और 0 एक्टिव केसेस प्रति ग्राम पंचायत को हरा जोन में। उपरोक्तानुसार पीले जोन मंे स्थित ग्राम पंचायतांे में निरंतर डोर टू डोर सर्वे, कॉन्टेक्ट टेªसिंग एवं संदिग्धांे को तुरंत क्वारेंटीन की प्रक्रिया तब तक जारी रखना जब तक हरे जोन मंे परिवर्तित न हो जाये। पुलिस के साथ कोविड चार्ली मैनेजमेंट सिस्टम लागू कर संदिग्धों के क्वारेंटाईन पर सतत नजर रखना।
संभावित/संदिग्धो की तुरंत कोविड की जांचः-
ऽस्वास्थ्य सर्वे टीमों व्दारा नियमित सर्वे एवं सर्दी, खाँसी एवं बुखार के मरीजो की  पहचान के साथ सर्दी, खाँसी, बुखार के मरीजो की टेस्ंिटंग।
ऽकोविड-19 पॉजिटिव के संपर्क मे आये सभी व्यक्तियों की जांच।
ऽमोबाईल फीवर क्लीनिक में आने वाले सभी संभावित मरीजों की जांच ।
ऽबाहर से आने वाले यात्रियों की 5-7 दिनो पष्चात फीवर क्लीनिक के माध्यम से जांच।
ऽचेक पोस्ट पर आने वाले यात्रियों की रैपिड एंटीजन से तुरंत परीक्षण।
ऽकंटेन्टमेंट एरिया मंे निवासरत संभावित/संदिग्धो का आर.आर.टी. टीम व्दारा सेम्पलिंग एवं कोविड-19 की जांच।
रोगी प्रबंधन एवं उपचार
ऽहोमआईसोलेट कोविड-19 मरीजों का एम.एम.यू. टीम एवं कोविड कमांड एवं कंटोल सेंटर व्दारा प्रबंधन एवं नियमित मॉनिटरिंग।
ऽहोमआईसोलेषन के लिये अयोग्य मरीजों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती।
ऽलक्षण आधारित मरीजों को डीसीएचसी मंे भर्ती करवाकर रेमडेसीविर इंजेक्षन एवं फेबी फ्लू टेबलेट से उपचार।
ऽकोविड-19 प्रोटोकाल उपचार अनुसार ऑक्सीजन की सतत् उपलब्धता।
जनता कर्फ्यू
ऽजनता कर्फ्यू में जनता का समर्थन, ग्रामवासियांे व्दारा स्वेच्छा से जनता कर्फ्यू का पालन।
ऽजनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन उल्लंघन करने पर अस्थायी जेल एवं चलित जेल।
ऽ50 से अधिक उडनदस्तांे एवं 250 से अधिक वी.एस.टी. दलों का गठन एवं षासकीय अधिकारियों के नेतृत्व में नियमित निगरानी एवं चालानी कार्यवाही।
ऽवीडियो निगरानी दलों द्वारा प्रत्येक विवाह समारोह, अंतिम संस्कार एवं अन्य आयोजनांे की वीडियोग्राफी कराना।
संचार एवं मीडिया प्रबंधन
ऽकोविड केयर कॉल सेंटर के व्दारा नियमित संचार।
ऽप्रत्येक स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान।
ऽजन समस्या समाधान हेतु 24ग्7 भ्मसचसपदम।
ऽनियमित हेल्थ बुलेटीन एवं इलेक्ट्रोनिक एवं प्रिन्ट मीडिया स्केनिंग।
प्रचार प्रसार एवं जागरूकताः-
ऽकोविड संबंधी समुचित व्यवहार अपनाने के लिये नियमित नवाचार एवं सामुदायिक
जागरूकता।
ऽश्मीं हॉट स्पॉट शहरांची यात्रा नाही करणारश् अभियान का प्रचार-प्रसार।
ऽश्माझा कुटुम्ब माझी होळीश् नवाचार गतिविधियो को लागू किया गया।
ऽश्कोरोना पर नकेल डालो, कुछ दिनों के लिये शादी टालोश् अभियान लागू
किया गया।
ऽश्मैं समाज का दूष्मन हूँश् तख्ती अभियान लागू किया गया।
ऽश्छव् ड।ैज्ञ छव् म्छज्त्ल्श् अभियान का सख्ती से पालन करवाया गया।
ऽबिना मास्क/सोषल डिस्टेंसिंग उल्लंघन पर चालानी कार्यवाही।  
ऽनगर निगम कचरा वाहनो से माइकिंग।
ऽस्वयं सेवी संस्थाआंे, धर्म गुरूओ, जनप्रतिनिधियांे, व्यापारी संगठनो एवं स्वयं सहायता समूहो व्दारा जनजागृति।
यद्यपि जिला कोरोना मुक्त जरूर हुआ है, और दूसरी लहर मंे स्वास्थ्य विभाग के 4 चिकित्सकों, 15 पैरामेडिकल स्टाफ एवं ए.एन.एम./एम.पी.डब्ल्यू., 12 सहायक कर्मचारी सहित 8 आषा कार्यकर्ताये संक्रमित हुए। वही पुलिस विभाग सहित अन्य षासकीय विभागो के करीब 20 अधिकारी/कर्मचारी कोविड संक्रमण मुक्त के पश्चात भी अपने कर्तव्य पर डटे रहे। हमें कोविड की भयावता को देखते हुऐ आगे भी सतर्क और सक्रिय रहना होगा, यह सच है कि जिले में कोरोना के प्रकरण जीरो है लेकिन अभी भी पड़ोसी जिले कोरोना मुक्त नहीं हुए हैं।
        जिला एपिडिमीयोलॉजिस्ट श्री रविन्द्र सिंह राजपूत ने बताया कि विगत सप्ताह से प्रतिदिन औसतन 1000 सेम्पल लेने के पश्चात भी जिले मंे कोविड पॉजिटिव केस नहीं आ रहे है। जिला प्रषासन जिलेवासियों से अपील करता है कि जिले में कोविड पॉजिटिव केस नहीं आने का मतलब यह नही है कि कोरोना की विदाई हो चुकी है। हमें अभी भी सतर्क और चौकन्ना रहना होगा, कि कोरोना अभी गया नही है, वह फिर लौट सकता है। पिछली बार जैसी गलती न करें। सबसे जरूरी है कोविड का टीकाकरण, मास्क और दो गज दूरी, बार-बार अपने हाथ साबुन से धोये। सतर्क रहें एवं सुरक्षित रहें।

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