मस्जिद में कुरान का पाठ करके मुमताज की रूह को अर्पण किया जाएगा
बुरहानपुर (मेहलका इकबाल अंसारी)* मुमताज फेस्टिवल के संयोजक शहजादा मोहम्मद आसिफ खान गौरी ने दुखी मन से बताया कि अर्धशतक से अधिक की परंपरा के अनुसार मुमताज महल फेस्टिवल के तहत आयोजित होने वाला 52 वा अवॉर्ड फंक्शन का आयोजन इस बार भी नहीं होगा। उन्होंने बताया कि अवॉर्ड फंक्शन की अनुमति के संबंध में उन्होंने बुरहानपुर के अपर कलेक्टर श्री शैलेंद्र सिंह सोलंकी से उनके कार्यालय में भेंट करके उन्हें इसके आयोजन की विस्तृत जानकारी देकर इस सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति देने का आग्रह किया, लेकिन अपर कलेक्टर बुरहानपुर ने मुझे बताया कि कोरोना प्रोटोकाल की वजह से अनुमति दी जाना संभव नहीं है। संयोजक शहजादा मोहम्मद आसिफ खान से परस्पर चर्चा में अपर कलेक्टर बुरहानपुर श्री शैलेंद्र सिंह सोलंकी ने गतवर्ष नागरिक कोरोना काल में सांस्कृतिक 51 वा आयोजन ना कर प्रशासन को जन सुरक्षा हेतु सहयोग प्रदान करने की भूरी भूरी प्रशंसा की। शहजादा आशीष कुमार ने बताया कि सीमित संख्या में कुछ हाफिज सोमवार को पाइन बाग जाएंगे और और पवित्र कुरान का पाठ करके इस्लामी धर्म शास्त्र के अनुसार बेगम मुमताज की तड़पती रूह को अर्पण करेंगे। वही अड्डे की मस्जिद में भी पवित्र कुरान के पाठ का आयोजन किया गया है, जिसमें पवित्र कुरान पाक का पाठ करके इस्लाम धर्मशास्त्र के अनुसार मुमताज को अर्पण किया जाएगा। इस प्रकार दो स्थानों पर सादगी के साथ 52 वा कार्यक्रम सांकेतिक रूप से संपन्न होगा और अवार्ड फंक्शन के कार्यक्रम नहीं होंगे। शहजाद आसिफ ने बुरहानपुर की जनता से अपील की है कि पुराना काल में अपनी सुरक्षा पर पूरा ध्यान दें और शासन की गाइड लाइन का पालन करके कोरोना का हराकर शहर के भविष्य को उज्जवल बनाएं। आने वाले साल में अगर हम जिंदा रहे तो 2 साल की कमी की पूर्ति करने का साथ जिला प्रशासन के सहयोग से इंशाल्लाह ऐतिहासिक कार्यक्रम करेंगे, से आने वाला इतिहास सदियों तक याद रखेगा।