
बुरहानपुर पुलिस की सायबर सेल एक पूरी तरह समर्पित टेक्निकल टीम है जो गंभीर अपराधों की तकनीकी गुत्थियाँ सुलझाते हुए पुलिस को आरोपियों तक पहुँचने में मदद करती है तो वहीं ऑनलाइन धोखाधड़ी वाले मामलों में बैंक व पेमेंट ऐप्स के नोडल अधिकारियों से संपर्क कर त्वरित कार्यवाही करते हुए पीड़ितों को राशि लौटाने का भरसक प्रयास करती है। सायबर सेल द्वारा पिछले दिनों इस तरह के ऑनलाइन फ्रॉड मामलों में पाँच शिकायतकर्ताओं को लगभग 2,70,000(दो लाख सत्तर हज़ार) की राशि लौटाई गयी। जिनमें 1. हेमलता कृष्णलाल सोलंकी के साथ हुए OTP फ्रॉड में 45000/- 2. सतीश वानखेड़े के साथ एनिडेस्क एप के माध्यम से हुए फ्रॉड में 46000/- 3. कुशाग्र पिता रामचंद्र राठौर के साथ बैंक अधिकारी बनकर क्रेडिट कार्ड के माध्यम से हुए फ्रॉड में 48000/- 4. सूजन कुमार पिता भोलानाथ मोहता के साथ हुए फोन-पे फ्रॉड में 30000/- 5. राजेश पिता बलराम दोर्वेकर के साथ गूगल-पे के प्रोमो कोड का झांसा देकर हुए फ्रॉड में 1,00,000/- की राशि लौटाई। इस तरह यह बड़ी राशि सायबर टीम द्वारा आरोपियों के खाते फ्रीज़ करवाकर पीड़ितों को वापिस दिलवाई गयी। इन कार्यवाहियों में सायबर सेल में पदस्थ तीन टेक्निकल एक्सपर्ट आर.दुर्गेश पटेल, आर. मनोज चौधरी व आर. सत्यपाल बोपचे का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा गठित इसी लॉस्ट & फाउंड टीम ने इस वर्ष करीबन 4 लाख की कीमत के गुम हुए 25 मोबाइल ट्रेस उनके मालिकों को लौटाएं है। वर्तमान समय में बढ़ते ई-कॉमर्स व नेट-बैंकिंग के माहौल एवं पैसों के इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन से जहाँ आम जन को ट्रांजेक्शन में अत्यधिक सुविधाएं मिली है तो वहीं ऑनलाइन धोखाधड़ी की भी मानो बाढ़ सी आ गयी है। इसलिए बुरहानपुर पुलिस सभी नागरिकों से सदैव सजग- सावधान रहने की अपील भी करता है। अपने क्रेडिट-डेबिट कार्ड की जानकारी,बैंक खाते की जानकारी, UPI-ID,ओटीपी,
T-PIN, किसी से साझा ना करें। साथ ही किसी प्रकार के ऑनलाइन प्रलोभन में ना आए। ऑनलाइन पेमेंट करते हुए अत्यधिक सावधान रहें।