बुरहानपुर जिले में सेंट टेरेसा स्कूल प्रबंधन विद्यार्थियों की जान जोखिम में डालकर कर रहे मनमानी , शासन के आदेश के विरुद्ध 15 वर्ष से कम आयु की छात्रा को लगा दिया कोविड- 19 का टीका
बुरहानपुर- कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए शासन के निर्देशानुसार बुरहानपुर जिले में 15 से 18 आयु वर्ग के बालक-बालिकाओं का कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.वाय.बी.शास्त्री के अनुसार 15 से 18 आयु वर्ग के शालाओं मे अध्ययनरत बालक-बालिकाओं को चयनित विद्यालयों में ही टीकाकरण सत्र आयोजित किये जा रहे हैं। लेकिन किसी भी 15 वर्ष पूर्ण होने पर ही उसे टीका लगाया जाये । 15 वर्ष से कम आयु के विद्यार्थियों को टीका नही लगाया जा सकता परंतु जिले की सैंट टैरेसा उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य एवं स्टाफ की मनमानी के कारण विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लगाया जा रहा है तथा उनकी जान से खिलवाड़ किया जा रहा है । यहां पर कक्षा 9 वीं में अध्ययनरत छात्रा कु हनिया फातमा की आयु साडे 14 साल है फिर भी उसे बिना आधार कार्ड (आयु पुर्णता) के देखे कोरोना का टीका लगा दिया गया है। इससे पर पालको में अत्यंत रोष व्याप्त है। उन्होंने इसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला कलेक्टर को की है । छात्रा के पिता मुमताज एहमद ने बताया कि स्कूल से फोन आने पर मैने मेरी लडकी की आयु कम होने के कारण टीका लगाने के लिए मना कर दिया था फिर स्कूल प्रबंधन ने उसे टीका लगवा दिया। उन्होंने प्राचार्य को आगाह किया है कि यदि कम उम्र में टीका लगाने से छात्रा के स्वास्थ्य पर कोई दुष्परिणाम होते हैं तो उसके लिए स्कूल प्रशासन पूर्णतया जिम्मेदार होगा। अभी केवल एक छात्रा के पालक ने ही शिकायत की है सूत्रों द्वारा जानकारी के अनुसार ऐसे बहुत से अन्य छात्र -छात्राओं को टीके लगा दिये गये हैं। यदि आधार कार्ड से मिलान किये जाये तो कई विद्यार्थी ऐसे होगे जिन्हे टीके लगा दिये गये हैं और जिनकी आयु 15 वर्ष से कम है।शिकायत पर जानकारी लेते बीआरसी राजकुमार मण्डलोईस्कूल का कुप्रबंधन- वैक्सीन लगाने भीड के रूप में खडे विद्यार्थी