
श्रीमती चिटनिस ने कहा संत वाल्मीकि को “महर्षि” और “आदि कवि” नामक उपाधियों से भी सम्मानित किया गया है, जहां ‘महर्षि’ का अर्थ ‘महान संत’ या ‘महान ऋषि’ है, और ‘आदि कवि’ का अर्थ है ‘प्रथम कवि’। यह वही है जिन्होने हमें संस्कृत के पहले छन्द या श्लोक के बारें मे बताया। यह हमारे हिन्दू महाकाव्य “रामायण” के रचनाकार भी है। इस दौरान समाजजन, पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।
इसी प्रकार वाल्मीकि बस्ती में महर्षि वाल्मीकिजी के चित्र पर माल्यार्पण कर आरती की। इस अवसर पर वाल्मीकि समाज के काफी संख्या में लोग उपस्थित थे। भाजपा अजा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेश गिरजे, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस, अजा मोर्चा के महामंत्री एवं महाऋषि वाल्मीकि जयंती जिला प्रभारी ईश्वर चौहान, मंडल अध्यक्ष जिला सहप्रभारी कैलाश शोदे, भाजपा जय पाटिल एवं समाज के सभी युवा वरिष्ठ साथी उपस्थित थे।
