मध्य प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पंचायत चुनाव पर रोक लगाना लोकतंत्र का मखोल उड़ाने जैसा है जिस प्रकार माननीय मुख्यमंत्री जी ने पहले तो ओबीसी वर्ग को मूर्ख बनाया संविधान के अनुसार कोई भी सरकार 50% से अधिक आरक्षण नहीं दे सकती फिर क्यों आरक्षण का प्रलोभन देकर दिग्भ्रमित किया ओबीसी वर्ग का मसीहा बनने की कोशिश की फिर जब सुप्रीम कोर्ट ने कड़ी फटकार लगाई तब जाकर सरकार संकल्प पारित करती है और संकल्प पारित करने में जितना योगदान कांग्रेसका रहा भाजपा का रहा उतना ही दोनों ने नूरा कुश्ती खेल कर आम जनता को ओबीसी वर्ग को सिर्फ मूर्ख बनाने का कार्य किया और कांग्रेस बीजेपी दोनों दल एक दूसरे पर ठीकरा फोड़कर लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं पंचायत चुनाव टालने में जितना दोष भाजपा का है उतना ही कांग्रेसका भी है तू डाल डाल मैं पात पात जैसा खेल लोकतंत्र के लिए घातक है और अंत में पंचायत चुनाव को येन केन प्रकारेण टालकर भाजपा कांग्रेस ने सभी वर्गों को निराश किया है हताश किया है जिन लोगों ने मेहनत की उनकी मेहनत पर पानी फेर कर खुलेआम लोकतंत्र के साथ-साथ संविधान का भी मखौल उड़ाया है आने वाले दिनों में जनता दोनों दलों को सबक सिखाएगी और प्रदेश की जनता से निवेदन करते हैं कांग्रेश भाजपा दोनों से सावधान रहें और आम आदमी पार्टी से जुड़े जो संविधान के साथ-साथ लोकतंत्र में विश्वास रखती है आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष श्री रियाज खोकर महिला जिला अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा संतोष सिंह दीक्षित पूर्व जिला संयोजक शांतनु पाटीदार पार्टी के पदाधिकारी सादिक अख्तर शेख अब्दुल वसीम नईम अख्तर मोंटू प्रदीप सन्यास सुश्री रजिया अंसारी विजया पवार शरीफ बक्स अनिल पान पाटिल प्रमोद पाटिल राजवीर सिंह राठौड़ मासूम तड़वी शुभम वाघ सुरेश पाटिल सोहमजाधव आदि ने मध्य प्रदेश सरकार के पंचायत निरस्त करने के फैसले का कड़ा विरोध किया निंदा की।