शैक्षणिकमध्यप्रदेश में स्कूलों को 50% विद्यार्थियों की संख्या के साथ खोलने के निर्देश।50% विद्यार्थी सप्ताह के पहले तीन दिन और शेष 50% विद्यार्थी अगले तीन दिन स्कूल जाएंगे। by Public Look 24 TeamNovember 28, 2021November 28, 20210620 कोरोना के बढ़ते केस को देखते हुए रविवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के निवास पर प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति और इससे निपटने की तैयारियों की समीक्षा हुई। बैठक में मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि अभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक नहीं लगानी है, लेकिन संक्रमण रोकने के सभी आवश्यक नियमों और सावधानियों का पालन करना है।सीएम 1 दिसंबर को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से चर्चा करेंगे।बैठक में निर्णय लिया गया कि विदेशों से आने वाले यात्रियों पर नजर रखी जाएगी। अन्य देशों की उड़ानों से आने वाले लोगों का कोविड टेस्ट करवाया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें आइसोलेशन में भी रखा जाएगा।मुख्यमंत्री ने स्कूलों को 50% विद्यार्थियों की संख्या के साथ खोलने के निर्देश दिए। निर्देश के अनुसार 50% विद्यार्थी सप्ताह के पहले तीन दिन और शेष 50% विद्यार्थी अगले तीन दिन स्कूल जाएंगे। विकल्प के तौर पर ऑनलाइन क्लासेस का संचालन होता रहेगा।अब 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खुलेंगे स्कूलकोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद सीएम ने यह बैठक बुलाई थी जिसमें मप्र में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की गई। पूर्व में सरकार ने सौ प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूल खोले जाने के निर्देश दिए थे लेकिन अब इसे बदल दिया गया है। अब 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही स्कूल खुलेंगे। बच्चे अब तीन दिन ही स्कूल में पढ़ने जाएंगे। ऑनलाइन क्लासेस जारी रहेगी। पालकों के लिहाज से यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि अब पालक चाहेंगे तभी बच्चे स्कूल जा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे देशों से भारत आने वाले यात्रियोंको भारत सरकार के सर्विलांस नियमों का पालन करना जरूरी है। कोई संदिग्ध यात्री मिलता है तो उसे आइसोलेशन में रखा जाएगा। अस्पतालों में लगे ऑक्सीजन प्लांट को भी चलाकर देखा जाएगा कि कहीं कोई समस्या तो नहीं आ रही है। प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी। मप्र की बात करें तो पिछले 50 दिन में 506 कोरोना मरीज मिले हैं। 5 की मौत हुई है। इंदौर-भोपाल में लगातार केस बढ़ रहे हैं। सीएम ने बैठक में इंदौर-भोपाल की स्थिति पर चिंता जताई है।समारोह पर कोई प्रतिबंध नहींफिलहाल शादी ब्याह का सीजन चल रहा है। कोरोना के कारण बीते दो सालों से विवाह समारोह की रौनक फीकी हुई थी जो अब लौटने लगी है लेकिन इस बीच कोरोना के खतरे ने फिर से चिंता बढ़ा दी है। सरकार ने कुछ दिन पहले ही निर्देश दिए थे कि विवाह समारोह या सामाजिक कार्यक्रमों में कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा। रविवार की बैठक में भी किसी तरह का प्रतिबंध लगाए जाने की बात नहीं हुई। हालांकि सरकार ने अपील जरूर की है कि कार्यक्रमों में कोरोना के नियमों का पालन करें। मास्क जरूर लगाएं। सोशल डिस्टेंसिंग रखें। सेनेटाइजर का प्रयोग करें। लक्षण नजर आने पर जांच करवाएं।