सिराली नगर मे प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी नगर में 7 से 8 ताजियों का निर्माण किया गया है जिसमें अनवर शाह बहादुर शाह बहिद शाह सादिक शाह दिलीप गौरके मुनोव्वर शाह कदीर बाबा सहित और भी मान मुराद के छोटे ताजियों का निर्माण किया गया था कई पिडियों तक मकड़ाई रियासत का ताजिया भी निर्माण किया जाता रहा है लेकिन अब नहीं होता नगर के मनोज दिलीप गौरके परिवार द्वारा पिछले 3 वर्षों से अपने घर पर ताजिए का निर्माण किया जा रहा है और उनके द्वारा मोहर्रम का पर्व मनाया जाता है गौरके परिवार की मिसाल की चर्चा दूर-दूर तक फैली हुई है इस अनोखे संप्रदायिक सद्भावना भाईचारे के साथ लोभान रोशनी की महक पूरे इलाके में महसूस की जाती है पूरे विश्व भर में मोहर्रम का पर्व पैगंबर सल्लाह व सल्लम के नवासे इमाम हुसैन की शहादत की याद में मनाया जाता है मुस्लिम वर्ग के साथ साथ हिन्दू परिवार भी इस पर्व को मनाते हैं मोहर्रम का पर्व हिंदू मुस्लिम भाईचारे की एक अद्भुत मिसाल है कोरोना से पहले मोहर्रम के पर्व पर अखाड़ों के साथ ढोल बाजे डिजे शेर की सवारी जैसे नजारे नगर वासियों को देखने को मिलते थे कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए ताजिए विसर्जन का जुलूस बिना अखाड़े डीजे के निकाला गया प्रशासनिक अधिकारी तहसीलदार महेन्द्र सिंह चौहान नयाब तहसीलदार भरत सिंह अहिरवार थाना प्रभारी श्रीमती बबीता धुर्वे सहित राजस्व व पुलिस स्टाफ द्वारा विसर्जन जुलूस में चाक-चौबंद व्यवस्था की गई जनप्रतिनिधियों तथा नगर के गणमान्य नागरिक बंधूओं का भी विशेष योगदान रहा मोहर्रम का पर्व मुस्लिम समुदाय द्वारा शांति और भाईचारे के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ताजिए का विसर्जन किया गया और सामुदाय द्वारा अधिकारी तथा प्रशासन का मोहर्रम कमेटी द्वारा फूल माला पहना कर साफे बांध कर सम्मान किया गया समाज सेवक संभाग अध्यक्ष सय्यद अख्तर अली हयात पटेल गोलू मंसूरी रसीद नेता सुव्वा मुकदम नोसे खां अनवर शाह बहादुर शाह बहीद शाह सहित साफा बांधकर फूल माला से स्वागत किया गया
जिला संवाददाता – अरबाज अली