इन्दौर । तपस्वी सम्राट आचार्यश्री सन्मतिसागरजी महाराज के पट्टाधीष आचार्य श्री सुनीलसागरजी मुनिराज के द्वारा श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र अंकलेश्वर पार्ष्वनाथ राजस्थान में आगामी विजयादशमी पर 15 जैनेश्वरी दीक्षाएं होंगीं। दीक्षार्थी ब्रह्मचारी भैया दीदियां विभिन्न प्रान्तों से अपना परिवार, अध्ययन, सर्विस छोड़कर आचार्यश्री सुनीसागर जी के निर्देषन में उन्हीं के संघ में अध्ययन और त्यागमार्ग का अभ्यास कर रहे हैं। दीक्षार्थियों की जगह जगह बिनौली निकल रही है। इन्दौर में दो दीक्षार्थी बहिनों- ब्र. हिना गाड़ियां आत्मजा धनकुमार गाड़ियां मुंबई व ब्र. प्रियंका (मोना) आत्मजा जयकुमार कासलीवाल-औरंगाबाद की बिनौली निकाली गई। संघस्थ नवराज जी के नेतृत्व में उनके तीन अन्य साथियों तथा एक ब्रह्मचारी भैया व दो और ब्रह्मचारिणी दीदियां इस तरह यह 9 सदस्यीय दल तीर्थ वंदनार्थ निकला है।
प्रातः पलासिया से प्रारंभ होकर जैन संस्कृति शोध संस्थान इंदौर में समापन हुआ। जाबरा वालों का दि. जैन मंदिर पलासिया से महावीर चैत्यालय एलआईजी तक संक्षिप्त चल समारोह के साथ पहुंच कर दोनों स्थानों पर दीक्षार्थी बहिनों की गोद भराई हुई, अपराह्न गुमास्तानगर इन्दौर में चातुर्मासस्थं आचार्यश्री विमदसागरजी मुनिराज ससंघ से और जैन कालौनी में चातुर्मासस्थ आचार्य श्री प्रणामसागर जी मुनिराज से आशीर्वाद लिया। तदोपरांत जैन संस्कृतिशोध संस्थान जिंसी, इन्दौर में दोनों दीक्षार्थी बहिनों की गोद भराई का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जिसमें संस्थान के अध्यक्ष हेमन्त सेठी, सचिव डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’, परियोजनाधिकारी श्रीमती आशा जैन, प्रसिद्ध समाजसेवी हंसमुख गांधी, जैन विभव के सम्पादक अनुभव जैन, अनुष्का जैन, पारस जैन, प्रेरणा जैन, पायल जैन, सारांस, आकांक्षा आदि गणमान्य समाजजनों ने भाग लिया।
-डॉ. महेन्द्रकुमार जैन ‘मनुज’,
22/2, रामगंज, जिंसी, इन्दौर 9826091247