25.5 C
Madhya Pradesh
Saturday, Sep 21, 2024
Public Look
शैक्षणिक

किसान की आत्महत्या पर कांग्रेस बीजेपी एक दूसरे पर लगाए आरोप ,पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने लगाया आरोप:कमलनाथ सरकार के जाते ही किसान फिर से आत्महत्या को हुए मजबूर

बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी)
मात्र 18 महीनों के अल्प समय में लाखो किसानों का क़र्ज़ माफ़ करने वाली कमलनाथ सरकार को अलोकतांत्रिक रूप से गिराने वाली शिवराज सरकार के राज में पुनः एक बार किसानो की आत्महत्या का तांडव प्रारम्भ हो गया है।किसान विरोधी भाजपा सरकार की नीतियों से त्रस्त किसान फिर से आत्महत्या के रास्ते पर चल पड़े है।उक्त आरोप लगाते हुए कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री अजयसिंह रघुवंशी ने केंद्र की मोदी सरकार ,प्रदेश की शिवराज सरकार पर अनेकों आरोप लगाते हुए उन्हें किसान विरोधी एवं युवा बेरोजगारों का विरोधी बताया।आज मृतक किसान स्व.परसराम के घर सात्वना देने पहुंचे पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजयसिंह रघुवंशी,श्रावण राठौर,हेमन्त पाटिल आदि ने किसान को श्रद्धांजलि देते हुए मृत आत्मा की शांति की प्रार्थना की।
श्री रघुवंशी ने कहा कि कल हमारे जिले के तारापाटी गांव के एक किसान श्रीपरसराम ने सरकार की प्रताड़ना के चलते आत्महत्या कर ली, जो काफी दुःखद है,इसी किसान ने कमलनाथ सरकार में कर्ज माफी का आवेदन दे दिया था तथा माफी की कार्यवाही बैंक द्वारा प्रारम्भ ही थी कि उनकी सरकार को षड़यंत्र पूर्वक गिराया गया, और उसके बाद फिर वही किसानों पर अत्याचार वाला काम प्रारम्भ हो गया।उस किसान के क़र्ज़ माफ़ी की कार्यवाही रोक दी गई,उस पर वसूली हेतु दबाव आने लगा जिसके परिणाम स्वरूप उसे आत्महत्या को मजबूर होना पड़ा।इसी प्रकार केंद्र की मोदी सरकार के रवैये से देश मे बढ़ती बेरोजगारी के चलते आज जिले के ग्राम लोनी के एक युवा बेरोजगार ने भी आत्महत्या कर ली वह भी काफी दुःखद पहलू है। अजय रघुवंशी ने कहा कि जिले में किसान,बेरोजगार आत्महत्या कर रहे है,सरकार ने अपने कार्यकर्ताओं को जनता का ध्यान बांटने के काम में लगा रखा है। धर्म,जाती,समाज में वेमन्यस्ता फैलाने के अलावा गाँव, शहरों के नाम बदलने की राजनीति कर एक दूसरे से लड़वाने के काम मे माहिर ये सरकार हर क्षेत्र में फेल हुई है।श्री रघुवंशी ने भाजपा सांसद,पूर्व मंत्री,विधायक और भाजपाई पदाधिकारियों पर भी बरसते हुए कहा कि जिले में आत्महत्याओ का दौर चालू है और वे केवल अपनी राजनीति में व्यस्त है,जिसे पूरे जिले की जनता देख रही है।और आने वाले समय मे इसका जवाब भी देंगी।
श्री रघुवंशी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि तत्काल किसान का पूर्ण कर्ज़ा माफ़ एवं परिवार को 10 लाख का मुआवजा प्रदान करे।साथ ही लोनी के युवा बेरोजगार के परिवार को भी जीवन यापन की व्यवस्था करे, चूंकि मृत युवा उस परिवार का इकलौता घर चलाने वाला था,अतः उनकी भी व्यवस्था की जावे। पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनीस ने कांग्रेस सरकार पर छल का आरोप लगाया कांग्रेस जिला अध्यक्ष के आरोपों के साथ मध्य प्रदेश की पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनीस दीदी ने भी सियासी मोर्चा संभाल लिया है और अपनी पार्टी का बचाव करते हुए भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने कहा कि बुरहानपुर के ग्राम तारापाटी के कृषक भाई परसराम के निधन से मन व्यथित है। पूर्व वरती कॉंग्रेस सरकार द्वारा जूठे आश्वासन देकर किसानों के साथ छल किया था। उन्हें दो लाख रुपए तक क़र्ज़ माफ़ी के सपने दिखाकर छला गया। हमारी सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी है। उन्हें यथा संभव मदद करना हमारी प्राथमिकता है। किसान आत्महत्या मामले में
प्रशासन की लीपापोती एसडीएम बोले किसान कर्जदार नही
जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम बुरहानपुर केआर बड़ोले ने आत्महत्या का खंडन किया।। शाहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम तारापाटी में सोसायटी के क़र्ज़ से परेशान किसान परसराम ने तंग आकर फांसी के फंदे पर झूल कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। किसान परसराम ने खेती के काम के लिए सोसायटी से क़र्ज़ लिया जो ब्याज सहित तीन लाख होने पर सोसायटी बार बार नोटिस देकर कर्ज अदा करने की मांग कर रही थी। किसान जहां नोटिस आने से परेशान था वही वो शराब का आदी भी बताया जा रहा है। किसान परसराम की मौत पर किसान संगठन भी आगे आकर शासन की नीतियों को दोष दे रहे है, वहीं इस मामले में बुधवार को एसडीएम काशीराम बडोले मामले की जांच करने ग्राम तारापाटी पहुंचे जहां उन्होने घटना की जांच के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि कर्ज जैसी कोई बात नही है। घर परिवार में शादी समारोह होने से शराब का सेवन अधिक करने से नशे की हालत में आत्महत्या कर ली गई है। वहीं परसराम के पुत्र का स्पष्ट कहना है कि क़र्ज़ से परेशान होकर आत्महत्या की है। किसान कर्ज मामले में किसान संगठन के नेताओं का स्पष्ट कहना है कि शासन की गलत नीति के चलते किसान क़र्ज़दार हो रहे है, उन्हें अपनी उपज का उचित मूल्य नही मिलने से सोसायटी से कर्ज लेना पडता है और क़र्ज़ से परेशान होकर किसान आत्महत्या कर रहे हैं,, पर प्रशासन है कि इस पूरे मामले में लीपापोती कर किसान को शराबी बताकर पूरे मामले से पल्ला झाड रहा है। देखना होगा कि किसान की आत्महत्या की राजनीति किस मोड़ पर जाती है।

Related posts

बुरहानपुर जिले में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जल शक्ति मिशन का होगा श्रेष्ठ क्रियान्वयन- प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनिस

Public Look 24 Team

रात्रि 10 बजे के बाद भी बजाते रहे डीजे साऊन्ड,कलेक्टर के आदेशों का किया उल्‍लंघन न्यायालय ने दिया आरोपीगणों को दिया एक – एक वर्ष का कारावास

Public Look 24 Team

पत्थर से टकरा कर ट्रेक्टर का संतुलन बिगडने से ट्रेक्टर के नीचे दबा चालक, अस्पताल में भर्ती के बाद इलाज के दौरान हुई मौत

Public Look 24 Team
error: Content is protected !!