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Thursday, Sep 19, 2024
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ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना की सैद्धांतिक स्वीकृति, परियोजना की लागत लगभग 10 हजार करोड़ होगी।

बुरहानपुर। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने प्रेसवार्ता में जनप्रतिनिधियों-पार्टी पदाधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह जी चौहान जी के प्रवास के दौरान शहर हित में रखी गई समस्याओं के निराकरण-मांगों से जानकारी दी। प्रेसवार्ता मंे पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी), भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे, पूर्व विधायक व वरिष्ठ नेता रामदास शिवहरे, पूर्व महापौर अतुल पटेल, निवृत्तमान नगर निगमाध्यक्ष मनोज तारवाला, जनपद पंचायत अध्यक्ष किशोर पाटिल, वरिष्ठ नेता मुकेश शाह, भाजपा उपाध्यक्ष वीरेन्द्र तिवारी एवं प्रदीप पाटिल सहित अन्य जनप्रतिनिधि व पार्टी पदाधिकारीगण मौजूद रहे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह जी चौहान के बुरहानपुर प्रवास के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने क्षेत्र की जीवनरेखा ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए योजना के जमीन पर क्रियान्वयन किए जाने हेतु आवश्यक निर्देश संबंधित अधिकारियों को देने की मांग की। विश्व की सबसे सस्ती इस सिंचाई परियोजना की लागत लगभग 10 हजार करोड़ होगी। अतिमहत्वाकांक्षी ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना के धरातल पर आने के बाद मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के 70-80 नदी-नालें रिचार्ज होकर मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र की लाखों हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। क्षेत्र में भविष्य में चक्रवात जैसी स्थिति नहीं बनेगी और न ही कभी क्षेत्र का पारा लगभग 47 डिग्री तक पहुंच सकेगा। ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना के फलीभूत होने के पश्चात आगामी 200 साल तक भारत देश को 100 प्रतिशत केला उपलब्ध कराए जाने की क्षमता का विकास किया जाना संभव होगा। यह रिचार्ज योजना लाखों हेक्टेयर भूमि के लिए है। योजना के क्रियान्वयन होने के पश्चात 25.50 20 टीएमसी सिंचाई एवं पीने हेतु जल उपलब्ध हो सकेंगा। पूर्व में तत्कालीन केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती जी के अगुवाई में ताप्ती मेगा रिचार्ज योजना का हवाई सर्वे भी संपन्न हो चुका है। जिसमंे तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस भी उपस्थित थे। हवाई सर्वे के पश्चात जलगांव में टास्क फोर्स समिति परियोजना पर अपना विस्तृत प्रेजेंटेशन (प्रस्तुतीकरण) विशेषज्ञों द्वारा देकर योजना के महत्व को रेखांकित किया था। उपरोक्त बैठक में अंतरराज्यीय नियंत्रण मंडल (आईएससी), केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) और केन्द्रीय भूजल बोर्ड की मान्यता दिलाने, वृहद प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) समय-सीमा में तैयार करने हेतु टोकन राशि के प्रावधान की मांग की गई थी।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी की बुरहानपुर लाई गई अस्थियों को सभी की पहल पर संजोकर रखा गया। फिर समाधि निर्माण हेतु पार्टी पदाधिकारियों द्वारा स्थल का चयन हेतु प्रयास किए गए। भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे जी के जिलाध्यक्ष बनने के बाद इस कार्य को तीव्र गति मिल सकी और आज प्रदेश के पहले व दिल्ली के बाद बुरहनपुर में ‘‘अटल स्मृति‘‘ स्थल का निर्माण हो सका।
नगर निगम बुरहानपुर एवं जिला क्षेत्र की विभिन्न समसामायिक समस्याओं को लेकर पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह जी चौहान को पत्र सौंपकर मांगे रखी। जिनमें बुरहानपुर शहर की अतिमहत्वाकांक्षी जल आवर्धन योजना एवं सीवरेज योजना स्व.सांसद नंदकुमारसिंह चौहान, पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी), पूर्व महापौर अतुल पटेल, श्रीमती माधुरी पटेल एवं निवृत्तमान महापौर अनिल भोंसले के प्रयासों से स्वीकृति मिली है। विश्व बैंक द्वारा पोषित जल आवार्धन योजना जिसकी लागत लगभग 182 करोड़ है।
उक्त योजना का क्रियान्वयन मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी द्वारा किया जा रहा है। इस कंपनी द्वारा निर्माण एजेंसी को कार्यादेश 12-05-2017 को जारी किया गया था। जिसमें कार्य पूर्ण होने की अवधि 2 वर्ष निश्चित की गई थी। निर्माण एजेंसी द्वारा समयावधि में कार्य पूर्ण न कर पाने के कारण इसकी समयावधि दो बार बढ़ाकर 30-09-2021 निर्धारित की गई है। आज दिनांक तक योजना के घटक एनिकट का निर्माण, इंटेक वेल निर्माण, ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण, ओवर हेड टैंक निर्माण, जल वितरण पाईप लाईन बिछाना, टंकियों को भरने हेतु पृथक से लाईन डलवाने जैसे कार्य अपूर्ण जैसी स्थिति में है। कार्य की गति को देखते हुए ऐसा प्रतित नहीं होता है कि पुनश्चः तय की गई सीमा में उपरोक्त कार्य पूर्ण होगा। निर्माण एजेंसी द्वारा नगर में पेयजल पाईप लाईन बिछाने हेतु जो खुदाई कार्य पश्चात सड़कों का रेस्टोरेशन कार्य किया जा रहा है, वह कंपनी और निर्माण एजेंसी के बीच तय हुए निर्धारित मापदंड के अनुसार नहीं है। अभी नगर में कई किलोमीटर पाईप लाईन डालना शेष है। निर्माण एजेंसी के काम की गति को देखते हुए भी ऐसा प्रतित नहीं होता कि वह तय की गई समय-सीमा में काम पूर्ण करने के प्रति गंभीर है। उक्त निर्माण एजेंसी के इंजीनियर एवं अधिकारी जिला केन्द्र में भी उपलब्ध नहीं रहते है। श्रीमती चिटनिस ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के समक्ष जल आवर्धन योजना को लेकर विस्तृत चर्चा की जिस पर तुरंत मुख्यमंत्री जी ने संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को जल्द से जल्द बैठक कर कार्यांे की गुणवत्ता एवं समय-सीमा में कार्य पूर्ण किए जाने हेतु निर्देशित किया।
इसी प्रकार अमृत योजनांतर्गत बुरहानपुर नगर की दूसरी अतिमहत्वाकांक्षी सीवरेज योजना का कार्य तीन चरणों में संपन्न होगा। वर्तमान में प्रथम चरण का कार्य लगभग 17 वार्डांे में पूर्ण रूप से हो गया है और 17 वार्डांे में आंशिक रूप से सीवरेज नेटवर्क डाला जा रहा है। योजना के अगले दो चरणों की स्वीकृतियां अभी शासन स्तर पर प्रदान नहीं की गई है। जिनकी लागत द्वितीय चरण 9 करोड़ रूपए एवं तृतीय चरण 82 करोड़ है। उक्त राशि नगर निगम बुरहानपुर को उपलब्ध कराने का अनुरोध श्रीमती चिटनिस ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के समक्ष किया। ताकि सीवरेज नेटवर्क योजना के अनुरूप संपूर्ण 48 वार्डांे में डाला जा सके। श्रीमती चिटनिस ने सोलिड वेस्ट मैनेजमें की बुरहानपुर की स्वीकृति भी लंबित योजना की स्वीकृति हेतु मुख्यमंत्री के समक्ष मांग रखी गई।
जिला बुरहानपुर के नवनिर्माणाधीन औद्योगिक क्षेत्र रेहटा-खड़कोद की 80 एकड़ उद्योग नगर की भूमि पर विकास कार्य चल रहे है। अधौसंरचना विकास कार्यांे के लिए लगभग 25 करोड़ रूपए शासन द्वारा व्यय किए जा चुके है। भविष्य में और भी राशि विकास कार्यांे के लिए लगना प्रस्तावित है। साथ ही ताप्ती नदी स्थित बसाड़ बैराज से औद्योगिक क्षेत्र में उपयोग हेतु पानी पहुंचाया जाना एवं यातायात साधनों के विकास तथा विस्तार हेतु ट्रांसपोटर्स के लिए पृथक से भूखण्ड आवंटित कर औद्योगिक क्षेत्र में सड़के, पुल, पुलिया, विद्युतीकरण किए जाने की आवश्यकता है। उपरोक्त कार्य तेजगति से संपन्न्न किए जाने हेतु भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किए जाने का अनुरोध माननीय मुख्यमंत्री श्री चौहान से श्रीमती चिटनिस द्वारा किया गया।
उपनगर लालबाग की जीवनरेखा बुरहानपुर ताप्ती मिल जो पूर्व मंे निजी क्षेत्र में थी। भारत सरकार ने इसका राष्ट्रीयकरण कर अपने अधीन लेने के पश्चात मिल में उत्पादन प्रक्रिया सतत चल रही है। उक्त मिल में लगभग 900 श्रमिक आज की स्थिति मंे कार्यरत् है। इनके अतिरिक्त प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से कई परिवार मिल पर आश्रित है। अधिकांश श्रमिक विगत 3-4 पीढि़यों से काम कर रहे है। बुरहानपुर ताप्ती मिल के नवीनीकरण के पश्चात नई सिंथेटिक इकाई स्थापित की गई है। मिल में लगभग 54 हजार स्पिंडल स्थापित है। इस मिल में उत्पादन यार्न की क्वालिटी सदैव उत्तम रही है। क्वालिटी और मूल्य के मामले में बाजार में बुरहानपुर ताप्ती मिल की अच्छी साख हैं। यह मिल प्रदेश में एनटीसी का एक मात्र बड़ा उद्योग है। जिसके विकास और विस्तार की अनन्य संभावनाएं मौजूद है। यह उत्पादित माल की खपत के लिए विशाल टैक्सटाईल मार्केट भी उपलब्ध है। कोविड-19 महामारी के पश्चात मिल में उत्पादन प्रक्रिया स्थगित की गई थी। जिससे मिल एवं श्रमिकों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। माह दिसंबर 2020 में नया सिंथेटिक स्पीनिंग इकाई में उत्पादन प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। किन्तु वर्तमान समय में 4 दिन का रॉ-मटेरियल शेष होने से उसे कभी भी बंद किया जा सकता है। बुरहानपुर ताप्ती मिल को पूर्ण क्षमता के साथ चलाए जाने से क्षेत्र के लोगों एवं श्रमिकों को जहां रोजगार मिलेगा। वहीं टैक्सटाईल मार्केट को उचित दर पर अपनी आवश्यकतानुसार यार्न प्राप्त होगा। तत्संबंध में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह जी चौहान से केन्द्रीय कपड़ा मंत्री मा.श्री पीयूष जी गोयल से अपने प्रभाव का उपयोग बुरहानपुर के हित में कर मिल को पूर्ण क्षमता से चलाए जाने का अनुरोध श्रीमती अर्चना चिटनिस ने किया।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि मध्यप्रदेश पुनर्घत्वीकरण योजना में प्रदेश के अन्य शहरों के साथ बुरहानपुर भी लाभान्वित होने जा रहा है। शहर के रहवासियों की मूलभूूत आवश्कताओं को दृष्टीगत रखते हुए हमने शहर के नवीनीकरण का जो सपना देखा था उसे मात्र एक वर्ष 2 दिन में ही फलीभूत होते हुए देखकर ह्नदय प्रफुल्लित है। श्रीमती चिटनिस ने बताया कि वर्तमान में इस योजना को तीन पैकेज में विभक्त कर निविदाओं के माध्यम से शहर का जीर्णशीर्ण अनुपयोगी भवनों की भूमि के विक्रमय हेतु आमंत्रित निविदाओं में से शासन को वर्तमान गाईडलााईन पर अलंकित राशि 97 करोड़ से 24 करोड़ रूपए अधिक प्राप्त होना निश्चित ही शहर के विकास को एक अयाम प्रदान करेंगा। तृतीय पैकेज की निविदा भी आमंत्रित की गई है, शीघ्र ही इससे 12 से 15 करोड़ रूपए और अधिक प्राप्त हो सकेंगे। इस अतिरिक्त प्राप्त होने वाली 24 करोड़ की राशी से प्रारंभिक प्रस्ताव मंे शहर की मूल आवश्कता राशि की उपलब्धता को देखते हुए शनवारा के ओवर ब्रिज को अन्य निधि से टेकअप करा जा सकता है। इंदौर ईच्छापुर रोड का शहर के मध्य से गुजरने वाले मार्ग को 3-4 किलो मीटर की लम्बाई का फोरलेन मार्ग निर्माण किया जाना जनहित में उचित होगा। वहीं खेल की गतिविधियों के स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया जाए, जिससे खेल जग में बुरहानपुर देश व दुनिया में स्थान बना सकें।
पूर्व महापौर अतुल पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री अधोसंरचना योजनांतर्गत शहर से गुजर रहे हाईवे को फोरलेन मार्ग निर्माण हेतु तत्कालीन महापौर श्रीमती माधुरी पटेल जी के कार्यकाल के दौरान शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया था। इस मार्ग निर्माण में विद्युत ट्रांसफार्मर एवं विद्युत पोल बाधा बन रहे थे, जिनको हटाने हेतु नगर निगम द्वारा विद्युत विभाग को 72 लाख रूपए की राशि व्यय की गई और इसे बाधा को समाप्त किया गया। उक्त फोरलेन मार्ग शनवारा से ताप्ती नदी पुल एवं शनवारा से उतावली नदी तक निर्माण हेतु प्रस्ताव भेजा गया था। जिससे की मार्ग की चौड़ाई हो सके और दुर्घटनाओं से निजात मिल सके। वर्तमान में यह मार्ग मात्र 7 मीटर का है। जिसे चौड़ा कर 15 से 20 मीटर किया जा रहा है। इस मार्ग पर शहर की आबादी का सतत आवागमन रहता है।
बुरहानपुर नगर के बीच से उपनगर लालबाग के चिंचाला गांव से अंध एवं मूक बधिर विद्यालय के पास पांडारोल नाला बहकर निकलता है। जो आगे जाकर मसानी हनुमान मंदिर के पास ताप्ती नदी में मिलता है। नाले का यह भाग पूर्णतः कच्चा है। इसके दोनों ओर कॉलोनियां एवं घनी आबादी का क्षेत्र बस गया है। नाला कच्चा होने से आए दिन दुर्घटना एवं जनहानि की संभावना बनी रहती है और गंदगी अधिक होने से सार्वजनिक स्वास्थ्य पर विपरित प्रभाव पड़ता है। शासन की स्टार्म वाटर योजनांतर्गत दोनों ओर के पांडारोल नाले को पक्का बनाने का अनुरोध मुख्यमंत्री श्री चौहान से पूर्व मंत्री श्रीमती चिटनिस ने किया। यह दोनों नाले पक्के बनने से जहां दुर्घटनाओं में कमी आएंगी वहीं महानगर का स्वरूप लेते जा रहे बुरहानपुर नगर का सौंदर्यीकरण भी होगा।
बुरहानपुर शहर एवं उपनगर लालबाग में निवासरत विभिन्न समाजों के लोगों द्वारा अनेक चौराहों पर लोकमान्य एवं आराध्य महापुरूषों की मूर्ति स्थापना हेतु लगातार मांग की जाती रही है। इसी कड़ी में लालबाग रोड स्थित भैरव मंदिर के पश्चिम दिशा में महात्मा ज्योतिबा फुले की तत्काल मूर्ति स्थापना हेतु जिला प्रशासन को निर्देश देने का अनुरोध मुख्यमंत्री से श्रीमती चिटनिस ने किया।

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