बुरहानपुर-पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कुमार लोढ़ा के नेतृत्व में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री सखाराम सेंगर व एसडीओपी नेपानगर श्री यशपाल सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में शाहपुर थाना पुलिस ने इच्छापुर की बालिका खुशी के सनसनीखेज व बहुचर्चित हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।दिनांक 23/12/21 को फरियादी दिलीप बोदड़े निवासी इच्छापुर द्वारा रिपोर्ट की गई थी कि उसकी बेटी खुशी उर्फ रूशाली उम्र 17 माह को कोई अज्ञात व्यक्ति अपहरण कर ले गया है। घटना की गंभीरता को देखते हुये प्रकरण में पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कुमार लोढ़ा द्वारा एक विशेष टीम का गठन कर अपहृत बालिका खुशी व अज्ञात आरोपी की तलाश की गयी।सघन तलाशी के दौरान दिनांक 25/12/21 को अपहृत बालिका खुशी उर्फ रूशाली का शव उसके घर से थोड़ी दूरी पर एक खण्डहर कुए के अंदर एक बोरी में बंद पाया गया। प्रकरण में घटनास्थल तथा फरियादी के मकान के आसपास के कई लोगों से पूछताछ की गयी तथा एफएसएल व डीएनए परीक्षण कराया गया। पुलिस द्वारा सायबर सेल की मदद से संदग्धों के मोबाईल लोकेशन व कॉल डिटेल खंगाली गई।
प्रकरण में अनुसंधान करते जानकारी प्राप्त हुयी कि मृतिका खुशी के घर के पास रहने वाले नितिन महाजन के पड़ोस की अलकाबाई पति सुनील से प्रेम संबंध थे। नितिन तथा मृतिका खुशी की माँ मंगला का घर आमने-सामने है जब नितिन कभी मंगला के सामने खड़ा रहता था तो इस बात को लेकर अलका को शंका होती थी कि नितिन के मंगला से भी प्रेम संबंध है तथा इस बात को लेकर दोनो के बीच आए दिन विवाद भी होता था। नितिन, अलका की लड़की दिशु की ओर ध्यान नही देता था और मंगला की लड़की खुशी को अपने घर ले जाकर खिलाता था । इस बात को लेकर भी नीतिन से नाराज रहती थी व नितिन को खुशी को उसके घर ले जाने व खिलाने से मना करती थी। घटना दिनांक 23/12/21 को संदेही अलका के मोबाईल से जिन नंबरों से बात हुई थी उनकी भी तस्दीक सायबर सेल द्वारा की गयी । संदेही अलका मराठा द्वारा प्रकरण की शुरूआत से ही बार-बार अलग अलग बातें कर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था। मृतिका खुशी का शव मिलने के बाद तथा बलात्संग होने की जनचर्चा होने पर अलका द्वारा पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से अज्ञात नाम से रितेश उर्फ गोलू बोदड़े के नाम से चिट्ठी लिखकर फेकी थी ताकि पुलिस का शक अन्य व्यक्ति पर जाये।
संदेही अलका से नितिन व उसके बीच प्रेम प्रसंग होने तथा घटना में उसकी संलिप्तता के संबंध में विस्तृत पूछताछ की गई जिसमें आरोपिया अलका द्वारा अपराध कारित करना स्वीकार किया गया तथा उसने बताया कि उसे नितिन तथा मंगला के बीच प्रेम संबंध होने की शंका थी तथा इस बात से कई बार उसका नितिन से विवाद भी हुआ था। अलका द्वारा पूर्व में भी नितिन को खुशी को लेने और उसके घर ले जाने खिलाने से मना किया था। दिनांक 20/12/21 को भी अलका तथा नितिन का मंगला और खुशी को लेकर व्हाटसअप पर बातचीत के दौरान झगड़ा हुआ था, इसी बात को लेकर दोनो की बातचीत बंद हो गयी थी। इस कारण अलका ने गुस्से व जलनवश खुशी को मारने का सोचा ताकि खुशी के कारण मंगला और नितिन का मिलना जुलना बंद हो जाये। दिनांक 23/12/21 को अलका द्वारा अपने पति सुनील मराठा को दूर के रिश्ते की शादी में बुलढाणा भेज दिया तथा खुद घर पर ही रूक गयी, दिनांक 23/12/21 को जब मोहल्ले में बाहर कोई नही था उस समय करीब 11.30 बजे अलका द्वारा खुशी को उसके घर के सामने से उठाकर अपने घर के अंदर ले जाकर साड़ी से उसका गला घोंटकर उसे मार दिया और फिर उसे घर में पड़ी बोरी में भरकर, बोरी में लगी रस्सी से ही बोरी का मुँह बाधकर पास ही सूखे कुऐ में फेंक कर वापस घर आ गयी।
प्रकरण में आरोपियाँ द्वारा जुर्म करना स्वीकार करने व अनुसंधान में आए साक्ष्यों के आधार पर पुलिस द्वारा आरोपी अलका पति सुनील मराठा निवासी माली मोहल्ला इच्छापुर को गिरफ्तार कर उसके बताये अनुसार पुलिस ने लिगेचर मटेरियल साड़ी जप्त की है तथा पूर्व में उसके द्वारा फेकी गयी चिट्ठी की हस्तलिपि मिलान हेतु उसकी हैंड राइटिंग का सेम्पल क्यूडी शाखा भोपाल भेजा जायेगा। *मासूम बालिका की हत्या की अपराधी तक पहुँचने में वरिष्ठ अधिकारियों के मार्ग दर्शन में थाना प्रभारी शाहपुर निरीक्षक श्री गिरवर सिंह जलोदिया व उनकी टीम उप-निरीक्षक हेमेन्द्र चोहान, उप निरीक्षक आर. एल. तिवारी, उप निरीक्षक अर्चना चोहान, आर. राजेश रावत, आर. दुर्गेश पटेल , म.आर. शाहबाई मौर्य का सराहनीय योगदान रहा ।
previous post
Related posts
Click to comment