बुरहानपुर। सोमवार को भोपाल में पंडित शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय बुरहानपुर की साधारण सभा की बैठक हुई। बैठक में बैठक में आयुष मंत्री इंदरसिंह परमार, विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी), आयुष विभाग प्रमुख सचिव डीपी अहूजा एवं बुरहानपुर महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल सहित अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक में श्रीमती अर्चना चिटनिस ने व्याख्याताओं, छात्रावास सहित महाविद्यालय-चिकित्सालय में व्यवस्थाओं-सुविधाओं की पूर्ति हेतु स्वीकृति के लिए मंत्री इंदरसिंह परमार का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
बैठक में श्रीमती अर्चना चिटनिस ने महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के विस्तार एवं आवश्यक सुविधाओं के लिए स्वीकृति की मांग रखी। जिस पर 50 सीटर छात्रावास के साथ व्याख्याताओं की पूर्ति हेतु 10 व्याख्याताओं की तत्काल स्वीकृति प्रदान की गई। साथ ही चिटनिस द्वारा महाविद्यालय में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर पदस्थापना करने, महाविद्यालय-चिकित्सालय के लिए एप्रोच रोड (पहंुच मार्ग) निर्माण, महाविद्यालय में पीजी कोर्स प्रारंभ करने, चिकित्सालय के प्रथम तल का निर्माण एवं स्टॉफ क्वार्टर के लिए बजट को स्वीकृति की मांग रखी। जिस पर इंदरसिंह परमार ने अतिशीघ्र स्वीकृति हेतु अश्वस्त किया।
वहीं एप्रोच रोड निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग से अतिशीघ्र स्वीकृति दिलाने की बात कही।
बैठक में श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि आगामी सत्र में महाविद्यालय की मान्यता निरंतर बनाए रखने के लिए आवश्यक मापदण्डों की पूर्ति रहे, यह सुनिश्चित करना अतिआवश्यक है। जिस पर मंत्री श्री परमार ने सभी पूर्ति सुनिश्चित करने हेतु संबंधितों को निर्देशित किया।
उल्लेखनीय है कि बुरहानपुर के पंडित शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय की आवश्यक मापदण्डों की पूर्ति न होने के कारण निरस्त हो गई थी। जिसके बाद श्रीमती अर्चना चिटनिस ने पुनः प्रवेश मान्यता को लेकर मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव, आयुष मंत्री इंदरसिंह परमार सहित संबंधित अधिकारियों से मुलाकात कर महाविद्यालय की मान्यता निरंतर बनी रहे इस हेतु अनुरोध किया था। किए गए प्रयासों के परिणाम स्वरूप बुरहानपुर के पंडित शिवनाथ शास्त्री शासकीय स्वशासी आयुर्वेद महाविद्यालय को सत्र 2024-25 मान्यता पुनः बहाल हो पाई। जिसके लिए श्रीमती चिटनिस ने मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव, मंत्री इंदरसिंह परमार का आभार व्यक्त किया।
ज्ञात हो कि श्रीमती अर्चना चिटनिस ने शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय बुरहानपुर को बंद प्रायः अवस्था से नियमित अध्यापन कार्य की अवस्था प्रारंभ कराने और डिस्पेंसरी को व्यवस्थित और सुचारू रूप से संचालित कराने के लिए लगातार प्रयास करती रही है। महाविद्यालय को 2 दशक पूर्व की अवस्था से बेहतर स्थिति में संचालन कराने की व्यवस्था अंतर्गत लगभग 10 वर्ष पूर्व 12 करोड़ रूपए भवन, यंत्र एवं फर्निचर आदि हेतु स्वीकृत कराकर भवन निर्माण का कार्य कराया गया है। इतना ही नहीं मध्यप्रदेश शासन आयुष विभाग से आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पद पर 3 एवं 10 व्याख्याताओं की नियुक्ति कराकर शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय बुरहानपुर को शीघ्र ही पुनः जीवित करने की परिस्थिति प्राप्त कराने में सफलता हासिल की थी। किन्तु यहां से प्रोफेसर सहित अन्य स्टॉफ ने अपनी प्रतिनियुक्ति अन्य स्थानों पर करा ली थी, जिससे महाविद्यालय में प्रोफेसरों एवं स्टॉफ की कमी हो गई थी। जिसके बाद श्रीमती चिटनिस ने लगातार प्रयास करते हुए प्रोफेसरों की प्रतिनियुक्ति को समाप्त कराते हुए पुनः महाविद्यालय में पदस्थापना कराई। जिससे यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं क्षेत्रवासियों को सुविधाएं मिलने लगी।