विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर विकासखंड स्तर पर दिव्यांग बच्चों की खेलकूद और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि बीआरसी नरेंद्र दुबे ने दीपप्रज्वलन कर कार्यक्रम की सुरवात हुई बीएसी दीपक ढोले ने बताया इस आयोजन में दृष्टिबाधित, श्रवण बाधित, अस्थिबाधित, और मानसिक दिव्यांगता से प्रभावित बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतियोगिताओं में नींबू रेस, चेयर रेस, रंगोली, चित्रकला, निबंध लेखन, गीत, और नृत्य जैसी गतिविधियों का समावेश था।
चित्रा पाटिल ओर मोहम्मद अंसारी ने बताया इन प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने पर प्रमाणपत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। वहीं, अन्य सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र और सांत्वना पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया गया। यह प्रयास न केवल दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा को मंच प्रदान करने के लिए किया गया, बल्कि उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम था।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीआरसी नरेंद्रप्रसाद दुबे, बीएसी दीपक डोले, बीएसी राजकुमार मंडलोई, अनिल बावस्कर, एमआरसी चित्रा पाटिल, मोहम्मद रफीक, श्रीचंद कपूर, दिनेश सरदार, विशाल कदम और प्राचार्य प्रह्लाद जावरकर की गरिमामय उपस्थिति रही कार्यक्रम का संचालन संजय राठौड़ ने किया
सभी ने दिव्यांग बच्चों की प्रतिभा और उत्साह की प्रशंसा की।
इस आयोजन का महत्व केवल प्रतियोगिताओं तक सीमित नहीं था। यह एक ऐसा अवसर था जो दिव्यांग बच्चों को समाज के प्रति अपनी क्षमताओं को दिखाने का मौका देता है और उन्हें यह महसूस कराता है कि वे किसी से कम नहीं हैं। कार्यक्रम ने समाज में समावेशन, समानता, और संवेदनशीलता के संदेश को भी मजबूत किया। यह आयोजन दिव्यांग बच्चों और उनके परिवारों के लिए प्रेरणादायक साबित हुआ और यह सुनिश्चित किया कि उनकी प्रतिभा को उचित सम्मान और प्रोत्साहन मिले।
कार्यक्रम के मध्य समस्त छात्र छात्राओं को शिक्षको ओर अभिभावकों को भोजनप्रसाद भी कराया गया