
बुरहानपुर- जिले के ग्राम बिरोदा और लोनी के सरस्वती शिशु मंदिर में संस्कृत भारती ब्रह्मपुर के तत्वाधान में दस दिवसीय सरल संस्कृत संभाषण शिविर चल रहा है। इस शिविर में दस दिन तक प्रतिदिन दो घंटे के प्रशिक्षण द्वारा बालक-बालिकाएं संस्कृत में संभाषण करना सिखाया जाएगा । संस्कृत भारती का मुख्य उद्देश्य है – संस्कृत का प्रचार-प्रसार करना और संस्कृत-संभाषण सिखाकर इसे फिर से व्यावहारिक भाषा बनाना। जब लोगों के मन में संस्कृत के प्रति प्रेम जागेगा तभी संस्कृति के प्रति भी स्वाभाविक प्रेम उत्पन्न होगा।

संस्कृत भारती के कार्यकर्ता धीरज महाजन द्वारा विद्यार्थियों को संस्कृत-संभाषण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विद्यालय के प्रधानाचार्य विजय चौधरी और संजय महाजन ने कहा कि शिक्षण कौशल के अनुसार संस्कृत सबसे व्यवहारिक भाषा है। भारत के सभी प्राचीन ग्रंथ संस्कृत भाषा में ही है। संस्कृत विश्व की श्रेष्ठ व प्रभावी भाषा है।विश्व के लोग भी अब कई शिक्षण संस्थानों में संस्कृत का अध्ययन कर रहे हैं।