बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) बच्ची या बच्चे की पहली गुरु उसकी मां होती है। मां अपने बेटे या बेटी को जैसे सद्गुण सिखाएगी, बेटे या बेटी उसी सद्गुण या आचार विचार को ग्रहण करके आगे बढ़ेंगे। माता-पिता की प्रेरणा से बुरहानपुर के आज़ाद नगर की एक 4 वर्षीय बेटी मुफ़ीज़ा सैय्यद नवीद क़ादरी के रोज़ा रखने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार बुरहानपुर के कृषि विज्ञान केंद्र में पदस्थ अकाउंट सैयद नवीद क़ादरी की 4 वर्षीय पुत्री मुफ़ीज़ा सैय्यद नवीद क़ादरी ने आज रविवार को मां-बाप की प्रेरणा से पहला रोज़ा रखा। इसकी जानकारी मिलने पर परिवारिक सदस्य गण में पूर्व विधायक हमीद क़ाज़ी, नूरुद्दीन क़ाज़ी, डॉक्टर फ़रीद क़ाज़ी,प्रोफ़ेसर डॉक्टर एस एम शकील, हाजी सैयद अफ़सर क़ादरी, वरिष्ठ अधिवक्ता अब्दुल वकील खान सहित शुभचिंतकों, इष्ट मित्रों और परिवार के सदस्यों ने मुफ़ीज़ा को बेशुमार दुआओं से नवाज़ते हुए पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया एवं रोज़े की कुबुलियत की दुआ की है। अल्लाह करीम इस बेटी को इस्लाम का सही रास्ता नसीब फरमाए।
Related posts
Click to comment