केंद्रीय साहित्य अकादमी और संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में भोपाल में होने वाले एशिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय साहित्य उत्सव “उन्मेष” में 100 भाषाओं के लगभग 600 विद्वान सहभागिता करेंगे । मालवांचल की मीठी बोली मालवी का प्रतिनिधित्व करेगी- हेमलता शर्मा भोली बेन ।
भोली बेन ने हमारे प्रतिनिधि से बातचीत में बताया कि यह मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है कि मुझे अंतरराष्ट्रीय स्तर के समारोह में मालवा की माटी की सौंधी खुशबू बिखेरने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। मालवी में मध्य प्रदेश के गीतों के साथ ही राष्ट्रपति जी के समक्ष में दर्शन करना भी मेरे लिए गौरव की बात होगी। मालवी प्रेमियों से अपनी बोली का मान बढ़ाने के लिए रवीन्द्र भवन, भोपाल पहुंचने का अनुरोध करती हूं।
एशिया के इस सबसे बड़े साहित्यिक आयोजन का शुभारंभ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी के कर-कमलों से होगा। इस समारोह में अनेक बड़ी हस्तियां शिरकत करेंगी। मध्य प्रदेश को इसके आयोजन का गौरव प्राप्त हुआ है।
विदित हो कि हेमलता शर्मा भोली बेन आगर मालवा जैसी छोटी-सी जगह से होने के बावजूद लोकभाषा मालवी के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु निरन्तर प्रयासरत हैं। हाल ही में उनकी मालवी पुस्तक “आज को ग्यान” को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। इससे पूर्व उन्हें मालवी के लिए साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश शासन द्वारा भी कृति सम्मान से नवाजा जा चुका है और हाल ही में लंदन पार्लियामेंट में कथा यूके द्वारा भी सम्मानित हो चुकी है। वे वर्तमान में इंदौर में वित्त सेवा अधिकारी के रूप में पदस्थ हैं।
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