बुरहानपुर- आपदा के समय त्वरित निर्णय लेने एवं बेहतर कार्ययोजना तैयार करने हेतु जिले में सर्व-सुविधायुक्त आधुनिककृत नवीन, जिला नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। जो टेक्नोलॉजी का उपयोग कर जीआईएस (जीयोग्रॉफिक इन्फॉरमेशन सिस्टम) पद्धति पर कार्य करेंगा, जिससे आपदा प्रबंधन में सहायता मिलेंगी। बुरहानपुर जैसे छोटे जिले में यह नवाचार किया जा रहा है। जो कि उल्लेखनीय कार्य है। जिला नियंत्रण कक्ष को अद्यतन किया गया है। जिसमें कार्यरत दक्ष अधिकारी-कर्मचारी कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी सुश्री भव्या मित्तल के मार्गदर्शन में कार्य करेंगे।
जिला नियंत्रण कक्ष का आज विधिवत शुभारंभ जिला सत्र एवं न्यायाधीश श्रीमति आशिता श्रीवास्तव ने फीता काटकर किया। शुभारंभ अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती कल्पना मरावी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव श्री आशुतोष शुक्ल, न्यायिक मजिस्टेªट प्रथम श्री अजय कुमार, कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल, पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कुमार लोढा, अपर कलेक्टर श्री शंकरलाल सिंगाडे़, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री दीपक चौहान, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सुमन कुमार पिल्लई, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी श्री दीपक बावस्कर, लोक सेवा प्रबंधक श्री मनोज शंकपाल, ई-गवर्नेंस प्रबंधक श्री मनोज मोहरे सहित अन्य अधिकारीगण-कर्मचारीगण मौजूद रहें।
शुभारंभ अवसर पर कलेक्टर सुश्री मित्तल ने उपस्थितजनों को बताया कि प्रशासन द्वारा जिले में उपलब्ध संसाधनों, शासकीय कार्यालयों, उपलब्ध सुविधाओं के बेहतर प्रबंधन हेतु जीआईएस मैपिंग वेब एप्लिकेशन तैयार की गई है। जिसके उपयोग से जिले के चिन्हित शासकीय कार्यालयों/उपकरणों, उपलब्ध संसाधनों इत्यादि की जीआईएस मैपिंग वेब एप्लिकेशन पर की जा रही है। यह जीआईएस एप्लिकेशन आपदा के समय त्वरित निर्णय लेने एवं बेहतर कार्ययोजना बनाने में अधिक कारगर साबित होगी। उन्होंने बताया कि, जिला नियंत्रण कक्ष में एक ही स्थान पर जिले की समस्त स्वास्थ्य सुविधायें, समस्त थाने, बांध-नदियां, छात्रावासों/आश्रमों, वेयर हाउस, क्रेन सुविधा इत्यादि इस प्रकार की सारी जानकारी एकसाथ एक ही प्लेटफार्म में प्रदर्शित होगी। आवश्यकता अनुसार तत्काल संबंधित जानकारी ओपनकर देख सकेंगे। सारी जानकारियां चरणबद्ध तरीके से व्यवस्थित की गई है।
वर्तमान समय में नियंत्रण कक्ष के माध्यम से पोषण पुनर्वास केन्द्रों, प्रोजेक्ट मुस्कान अंतर्गत फॉलोअप, वैक्सीनेशन हेतु कॉलिंग एवं फॉलोअप, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, संस्थागत प्रसव की जानकारी, परीक्षा केन्द्रों पर संचालित परीक्षाओं, आयुष्मान कैम्प इत्यादि कार्यो की मॉनीटरिंग की जा रही है। परिस्थितियों के अनुरूप जिला नियंत्रण कक्ष कार्य करने में सक्षम होगा।
विशेषतायें-
नवीन जिला नियंत्रण कक्ष को 21 कर्मचारियों की बैठक क्षमता के अनुरूप तैयार किया गया है। वर्षाकाल की अवधि में नियंत्रण कक्ष द्वारा 24×7 संचालित होकर शासन स्तर पर प्रत्येक कालखंड की जानकारी प्रेषित की जाती है। कक्ष में ऑनलाईन वीडियो कॉन्फ्रेंस सुविधा, एनआईसी एवं स्वान कनेक्टीविटी, इंटॉक वेब-इन्टरनेट से कॉलिंग सुविधा, 181 सीएम हेल्पलाईन इन्टीग्रेशन (शिकायत दर्ज एवं शासन द्वारा प्रदाय संतुष्टी परीक्षण सुविधा), प्राथमिकताओं वाली योजनाओं की प्रभावी केन्द्रीकृत मॉनीटरिंग व्यवस्था तथा आधुनिकरण के साथ वीडियो-ऑडियो संयुक्त 75‘‘ एलईडी स्मार्ट ओपीएस इन्टरएक्टिव पेनल इंस्टॉल किया गया है। जिसका बेहतर उपयोग जीआईएस वेब एप्लिकेशन वीडियो कॉफ्रेंसिंग एवं ड्रोन लाईव स्ट्रीमींग इत्यादि के लिए किया जायेगा।
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