छिंदवाड़ा। दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) की उद्यमिता विकास के लिए छिंदवाड़ा में स्टेट लेवल बिजनेस वर्कशॉप मई के पहले सप्ताह में होगी। इस वर्कशॉप में दलित और आदिवासी समाज के सफल उद्यमी, कारोबारी और डिक्की के राष्ट्रीय पदाधिकारी शामिल होंगे।
डिक्की मध्यप्रदेश चैप्टर के अध्यक्ष डॉ अनिल सिरवैया , भोपाल से कल छिंदवाड़ा पधारे और डिक्की के सदस्यों, जिले के एससी-एसटी उद्यमियों और इस वर्ग के गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक कर वर्कशॉप की तैयारियों पर चर्चा की। छिंदवाड़ा के कोऑर्डिनेटर श्री नरेश पिपले ने डॉ सिरवैया का छिंदवाड़ा आगमन पर स्वागत किया।
डॉ सिरवैया ने कहा कि छिंदवाड़ा प्रमुख औद्योगिक जिला है और यहां आदिवासी और अनुसूचित जाति वर्ग के लिए उद्यमिता और स्वरोजगार की अनंत संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को अवसरों में बदलने के लिए स्टेट लेवल बिजनेस वर्कशॉप में राज्य और केंद्र सरकार मंत्रालयों और जिले के बड़े उद्योगपतियों को भी आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने डिक्की के प्रयासों से राज्य सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जिनका एससी-एसटी के युवाओं और उद्यमियों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में होने जा रही बिजनेस वर्कशॉप से जिले उद्यमिता के द्वार खुलेंगे। इस अवसर पर युवा उद्यमी दीपक सिंगोटिया, देवीप्रसाद उईके, प्रवीण चौरे, कृष्णा मिनोते, राहुल डेहरिया, ज्ञानेंद्र विनसाद, प्रमिला जाने, लक्ष्मी चौहान, ललित डेहरिया, संजय रंगारे, आदि उपस्थित थे।
क्लस्टर डेवेलपमेंट पर फोकस
डॉ सिरवैया ने सदस्यों को प्रमुख योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एससी-एसटी उद्यमियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं दिलाने डिक्की का फोकस क्लस्टर डेवेलपमेंट पर हैं। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में जल्द ही एससी-एसटी उद्यमियों का एइंडस्ट्रियल क्लस्टर स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे।