बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) बुरहानपुर के सैफी गोल्डन जुबली क़ादरिया कॉलेज की गोल्डन गैंग के सदस्य एवं सैफिया हमीदिया युनानी तिब्बिया कॉलेज बुरहानपुर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर एस एम सादिक ने बताया कि सैफी गोल्डन जुबली कादरिया कॉलेज बुरहानपुर के सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉक्टर शकील अहमद पिता क़ाज़ी मोहम्मद असकारी (79) का यूपी के बरेली में 12 अप्रैल को शाम 4:00 बजे निधन हो गया। उन्हें बरेली में ही सुपुर्द ए खाक किया गया। उनके निधन का समाचार सोशल मीडिया के माध्यम से फैलने से शिक्षा जगत में शोक की लहर छा गई। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अलीगढ़ से अपनी शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत डॉक्टर शकील अहमद ने सन 1985 में बुरहानपुर में शिक्षा जगत की मानी हुई शख्सियत, शिक्षाविद एवं सैफी गोल्डन जुबली क़ादरिया कॉलेज बुरहानपुर के पूर्व प्राचार्य डॉ ज़की उद्दीन के नेतृत्व में सेवा में नियोजित हुए थे और दिसंबर 2006 में सेवानिवृत्त हुए। डॉक्टर शकील देहरीपुर बरेली यू पी के रहने वाले थे। उनके निधन पर सैफी गोल्डन जुबली क़ादरिया कॉलेज बुरहानपुर और सेवा सदन महाविद्यालय बुरहानपुर के समस्त टीचिंग स्टाफ, नॉन टीचिंग स्टाफ, सैफी गोल्डन जुबली क़ादरिया कॉलेज बुरहानपुर की गोल्डन गैंग के समस्त सदस्यों, समस्त पूर्व छात्रों सहित प्रोफेसर फारुक़ साहब, डॉक्टर इबादुर्रहमान, प्रोफेसर राशिद उल्लाह खान, डॉक्टर उस्मान अंसारी, प्रोफेसर मोहम्मद शेख, एडवोकेट खलील अंसारी सहित बुरहानपुर की समस्त अलीग बिरादरी ने उनके निधन पर इजहारे तआज़ियत किया है और दुआ की है कि अल्लाह मरहूम को अपनी जवारे रहमत में आला से आला मक़ाम अता फरमाए। जन्नतुल फिरदौस नसीब फरमाए। उनकी बक्शीश फरमाए और मगफिरत फरमाए।