अवैध रूप से जंगलों की कटाई करने वाले अतिक्रमणकारी एवं उनकी टोली पर ड्रोन कैमरे से रखी जा रही है नज़र। मुख्यालय से बुलाई जा रही सशस्त्र पुलिस बल की तीन कंपनियों, आसपास के जिलों का वन विभाग के अतिरिक्त बल सहित कुल 800 से अधिक का बल रहेगा कार्यवाही में शामिल।
अतिक्रमण कारियों द्वारा अपने बचाव के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तीर- गोफन- पत्थर का सामना करने के लिए फोर्स को दी जा रही है विशेष ट्रेनिंग। अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने के साथ ही किया जाएगा गिरफ्तार।
पुलिस, प्रशासन एवं वन विभाग के संयुक्त नेतृत्व में घाघरला जंगल में वन अतिक्रमणकारियो पर बड़ी कार्यवाही हेतु तैयारी की जा रही है। नेपानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत घाघरला के जंगल में वन अतिक्रमणकारियों द्वारा विगत कई दिनों से अवैध रूप से वनों की कटाई करने संबंधी शिकायत प्राप्त हो रही है। पुलिस एवं वन विभाग द्वारा पहले भी कई बार संयुक्त कार्यवाही कर अतिक्रमणकारियो को खदेड़ा गया है। इस बार पुलिस-प्रशासन-वनविभाग तीनों की संयुक्त टीम द्वारा घाघरला के जंगल में इन अतिक्रमणकारियो के विरुद्ध कार्यवाही की जाना है। कार्यवाही की कार्ययोजना बनाकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। प्रथक-प्रथक टीमें बनाई जा रही है। जिले के पुलिस एवं फॉरेस्ट बल के अतिरिक्त सशस्त्र पुलिस बल की तीन कंपनियां मुख्यालय से बुलाई गई है। 800 की संख्या से अधिक का संयुक्त बल कार्यवाही में शामिल रहेगा। कार्यवाही करने गई टीमों पर हमला करने के लिए अतिक्रमणकारियो द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पत्थर- तीर- गोफन का सामना एवं आत्मरक्षा करने के लिए फोर्स को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। कार्यवाही के तहत अतिक्रमणकारियों को खदेड़ने के साथ ही गिरफ्तार भी किया जाएगा। वन अतिक्रमणकारियो के आने-जाने वाले रास्तों पर नाकाबंदी की जा चुकी है। पुलिस द्वारा अतिक्रमणकारीयों और उनकी टोली पर ड्रोन कैमरे से निगरानी रखी जा रही है। मुखबिरो आदि से जानकारी जुटाकर प्राथमिक तौर पर कुछ लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जिनमें दही नाला का दूरसिंह एवं उसकी टीम, भूतियाखेड़ा तथा नीमसेठी गांव के कुछ लोग, भीलखेड़ी के विपिन व उसकी टीम, हैदरपुर डैम के पास निवासरत मुन्श्या पटेल और उसकी टीम शामिल है। इन अतिक्रमणकारियों के अवैध अतिक्रमण की जानकारी जुटाकर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही भी की जाएगी।