बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) बुरहानपुर में तआमे तआवुन का अज़ीमुश्शान कार्यक्रम आज करवा हर शाम 6:30 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक यूपी के देवा शरीफ की भारत प्रसिद्ध स्प्रिचुअल शख्सियत और दरगाह के सज्जादा नशीन पीरे तरीकत हज़रत मौलाना अलहाज सैयद मोहम्मद फारुक़ मियां चिश्ती मिस्बाही क़ादरी फखरी निजामी क़िब्ला हुज़ूर साहब की सरपरस्ती, नेतृत्व और मार्गदर्शन में बुरहानपुर के प्रसिद्ध सूफी संत शैखुल कबीर हज़रत मौलाना मोहम्मद नज़ीर मियां चिश्ती उर्फ दादा मियां सरकार रहमतुल्ला अलेह की दरगाह आस्ताना ए आलिया सिंधी बस्ती बुरहानपुर में आयोजित किया गया है। इस आयोजन को लेकर गुरुवार की रात 9:30 एक मीटिंग का आयोजन हजरत सैयद मोहम्मद फारुक़ मियां चिश्ती मिस्बाही क़ादरी फखरी निजामी क़िब्ला हुज़ूर साहब की सरपरस्ती में किया गया। हजरत के मार्गदर्शन में विचार विमर्श के बाद तय किया गया कि क्योंकि इस प्रकार का आयोजन महाराष्ट्र के धुलिया में हो चुका है, इसलिए विशाल आयोजन की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी धूलिया की टीम को दी जावे और बुरहानपुर की टीम के कार्यकर्ता गण उन्हें सहयोग प्रदान करेंगे। मुंबई के महानगरों की तर्ज़ पर आयोजित होने वाले इस विशाल एवं वृहद आयोजन का संकल्प भी पीरे तरीकत हज़रत अल्लामा मौलाना अलहाज सैयद मोहम्मद फारूक मियां चिश्ती मिस्बाही क़ादरी फखरी निजामी क़िब्ला हुज़ूर साहब हज़रत के ही मरहुने मिन्नत है। माना जा रहा है कि आज का तआम ए तआवुन का विशाल कार्यक्रम निश्चित रूप से बुरहानपुर में एक ऐतिहासिक होगा। जानकारों का मानना है कि इससे पूर्व ऐसा कार्यक्रम नहीं हो पाया है। जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम में पीरे तरीकत अल्हाज हज़रत मौलाना सैयद मोहम्मद फारुक़ मियां चिश्ती मिस्बाही क़ादरी फखरी निजामी क़िब्ला हुज़ूर साहब ने सबसे पहले अपना सहयोग देकर इसका शुभारंभ किया था। इस धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन में जो मटेरियल लगेगा उसे भी युवा नेता नूर क़ाज़ी, एडवोकेट फरीद अहमद, सैय्यद मुस्तुफा अली सागर, इफ्तेखार अहमद छोटा, नूर मोहम्मद, फारूक मुक़ादम, मोहम्मद आरिफ लल्लू सहारा, बिलाल अहमद समोसा, मोहम्मद आरिफ बोना, अहमदाबाद के सलीम कुरेशी(अहमदाबाद) हाजी सलीम मेहंदी, मोहम्मद रईस यूसुफ मुंशी, पार्षद ज़हीर अब्बास, मोहम्मद नईम पप्पू, इरफान चायवाला, जुबेर अंसारी जलाल अख्तर भरने वाला, हारून मेंबर, मोहम्मद फारूक़ चिश्ती, हज़रत मौलाना क़ारी अब्दुल रशीद चिश्ती और हाफ़िज़ मोहम्मद अमीन चिश्ती, डॉक्टर जलील बुरहानपुरी, आरिफ़ संजरी, मोहम्मद इब्राहिम आईबीसी आदि सहित अन्य गोपनीय दानदाताओं के सहयोग से संपन्न होना है। आयोजन से जो सहयोग राशि प्राप्त होगी उसकी संपूर्ण राशि का उपयोग दादा हज़रत नज़ीर मियां उर्फ़ दादा मियां सरकार के आस्ताने पर निर्माण कार्य में होगा।