बुरहानपुर। सूर्यपुत्री मां ताप्ती के पावन तट पर शिव नवरात्रि के पावन अवसर पर चल रहे सप्त दिवसीय शिव पार्थेश्वर पूजन में सोमवार को शहर के विभिन्न क्षेत्रों से मातृशक्तियों ने राजघाट पहुंचकर भगवान शिव पार्थेश्वर पूजन निर्माण कर विधि-विधान के साथ पूजन संपन्न किया। अनुष्ठान के दूसरे दिन से ही अच्छी संख्या में शहर के श्रद्धालु पधारे।
इस अनुष्ठान के मुख्य यजमान मनोज लधवे ने जानकारी दी कि सोमवार सुबह से लेकर शाम तक हजारों संख्या में श्रद्धालुओं ने राजघाट पहुंचकर नेपाल से बुलाए तीन लाख से अधिक रुद्राक्ष से निर्मित भगवान शिवलिंग के दर्शन किए। भगवान शिव के सामने विशालकाय नंदीगड भगवान की मूर्ति भी इस पांडाल की शोभा बढ़ा रही है।
समिति के सदस्य और अनुष्ठान के लिए अमित वारूडे ने बताया कि यह आयोजन भारत की अखंडता, विश्वकल्याण की कामना से संपन्न किया जा रहा है। इस आयोजन को धार से पधारे आचार्य रमाकांतजी अग्निहोत्री एवं खंडवा से पधारे आचार्य पंडित अश्विन खेड़े के साथ में 11 ब्राह्मण संपन्न करा रहे है।
राधा काल के सत्र में यजमान मनोज लधवे सहित 21 यजमान जिनमें योगेंद्र अग्रवाल, चेतन चौहान, पंकज शाह, योगेश ठाकरे, चिंटू राठौड़, ईश्वर चौहान, आनंद पाटीदार, राहुल उसने, गणेश दुबे, सचिन मौर्य, चेतन शाह, अजय शाह, आनंद गुप्ता, डेनी चौधरी, त्रिलोक साह, तरुण चौधरी, दीपक सोनी, कैलाश अमोदे, मनोज पाटिल, विनोद मुंहासे, चंद्रकांत वाडे, चेतना रोटला, कविता चौधरी, मनीषा राठौड़ सहित यजमानों ने सुबह एवं सायं काल के सत्र में भगवान शिव का रुद्राभिषेक संपन्न किया।
सप्त दिवसीय इस कार्यक्रम में प्रति दिवस दोपहर 2 से भगवान शिव पार्थेश्वर जी का निर्माण किया जा रहा है। सायं 4 से 6 बजे तक भगवान शिव पार्थेश्वर का पूजन अभिषेक विधि विधान के साथ वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा पूर्ण किया जा रहा है। सायं काल में विशेष महाआरती भी हो रही है। खंडवा से मां भगवती जागरण के सतीश बाथम के द्वारा भी सायं काल में भगवान शिव के भजनों की प्रस्तुतियां हो रही है।
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