बुरहानपुर (इक़बाल अंसारी) बुरहानपुर के डाकवाड़ी स्थित मस्जिद व मदरसा नेअमतुल्लाह शाह के पूर्व पेश इमाम मुल्ला अब्दुल क़ादिर (87) का रजाए इलाही से ईंतेक़ाल हो गया। मरहूम एक नेक, मुत्तकी, परहेज़गार, सुमो सलात के पाबंद थे। आपने हिंदुस्तानी मस्जिद मंडी बाजार बुरहानपुर में मोअज़्ज़न की हैसियत से भी खिदमत अंजाम दी थी। आप गिस्साल भी थे। मरहूम का जनाजा उनकी रिहाइशगाह राजपुरा शाह गुलाल का तकिया से रात्रि 10:00 बजे उठाया गया। जनाज़े की नमाज़ मस्जिद नेअमत उल्लाह शाह, डाकवाड़ी बुरहानपुर में उनके साहबजादे मौलाना रज़्ज़ाक ने अदा फरमाई। मरहूम के चार लड़के और दो लड़कियां हैं। मरहूम को दाइंगा कब्रिस्तान, हमीदपूरा में सुपुर्द ए खाक किया गया। दुआ है कि अल्लाह करीम मरहूम की बक्शीश और मगफिरत फरमाए। उनको करवट करवट जन्नत नसीब फरमाए। उनकी क़ब्र को रोशन फरमाए और कयामत के दिन हमारे आक़ा सरवरे कायनात, ताजदार ए मदीना, रसूले पाक, हज़रत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की शिफाअत उन्हें नसीब फरमाए और जुमला ऐहले खाना को सबरे जमील अता फरमाए। मस्जिद नेअमत उल्लाह शाह डाकवाड़ी बुरहानपुर की वर्तमान कमेटी एवं पूर्व पदाधिकारियों ने मरहूम के इंतकाल पर ताज़ियत पेश की है। ईद के अवसर पर सामाजिक परंपरा अनुसार ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस सोशल मीडिया ग्रुप के पदाधिकारियों ने उनसे मुलाकात करके उनकी सेहत याबी की दुआ की थी।