बुरहानपुर – जिले सहित प्रदेश के सभी आयुर्वेदिक/ यूनानी चिकित्सक देश के छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा राज्यों के सामान मध्यप्रदेश आयुर्वेदिक / यूनानी एवं प्राकृतिक चिकित्सा बोर्ड भोपाल में पंजीकृत आयुर्वेदिक / यूनानी चिकित्सकों को माडर्न मेडिसिन लिखने की अनुमति हेतु प्रदेश के मुखिया से गुहार लगाने पहुँचे कलेक्टोरेट,प्रदेश के सभी बी.एम.एम.एस./बी.यू.एम.एस. के द्वारा राष्ट्रीय आयोग भारतीय चिकित्सा प्रणाली एवं भारतीय चिकित्सा केन्द्रीय परिषद नई दिल्ली द्वारा जारी 4 वर्ष और 6 माह का चिकित्सकीय पाठ्यक्रम जिसमें आयुर्वेदिक एवं यूनानी के साथ-साथ सभी विषयों का माडर्न भी पढ़ाया जाता है और 1 वर्ष की इंटर्नशिप की जाती है। जिसमें बी.ए.एम.एस./बी.यू.एम.एस. चिकित्सकों से आयुर्वेदिक / यूनानी चिकित्सालयों के साथ-साथ जिला चिकित्सलयों में भी ट्रेनिंग कराई जाती है,बावजूद मॉर्डन मेडिसिन लिखने पर प्रतिबंध हैआज वर्तमान समय में देश में छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र उत्तरप्रदेश, हिमाचलप्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, असम, पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के समान मध्यप्रदेश आयुर्वेदिक / यूनानी एवं प्राकृतिक चिकित्सा बोर्ड भोपाल में पंजीकृत आयुर्वेदिक / यूनानी चिकित्सकों को माडर्न मेडिसिन लिखने एवं उपचार हेतु उपयोग की अनुमति की मांग की।
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