29.7 C
Madhya Pradesh
Saturday, Sep 21, 2024
Public Look
कला एवं साहित्य कविता/कहानी/गज़ल/कथा बुरहानपुर जिला मध्यप्रदेश

खेतो की पगडंडियो पर मजदूरों की कतारे अब आने जाने लगीं हैं।

गेहूं और चने की फसल अब पककर तैयार होने लगी है।
चने के दाने एवम गेहूं की बाली पंछी यो को लुभाने लगी है।
मार्च की दोपहरी भी अब तपतपाने लगी है।
खेतो की पगडंडियो पर मजदूरों की कतारे अब आने जाने लगीं हैं।।1।।
खेतो में बनी घास फूस की झोपड़ियों में सुबह शाम चूल्हे की आग अब जलने लगी है।
दाल ,रोटी ,सब्जी की खुशबू मेहनतकश मजदूरों के आशियानो से आने लगीं हैं।
कडी धूप मे मिट्टी के मैदान से नन्हे मुन्ने बच्चो के कभी हंसने तो कभी रोने की आवाजे अब आने लगी है।
खेतो की पगडंडियो पर मजदूरों की कतारे अब आने जाने लगीं हैं।।2।।
सूर्य उदय होते ही खेत पर जाने की तैयारी अब होने लगी है।
मेले में जाकर पत्नी को रंग बिरंगी साड़ी, तो बच्चो को मन पसंद खिलौने देने की आस जगने लगी है।
होली पर घर जाकर एक दूसरे को रंग लगाने की उम्मीद अब रंग लाने लगी है।
खेतो की पगडंडियो पर मजदूरों की कतारें अब आने जाने लगीं हैं।।3।।
परदेश आए हुए मजदूरों को अपने गांव की याद अब आने लगी है।
बूढ़ी मां का प्यार , तो बूढ़े पिता की डांट यादों में रुलाने लगी है।
चांदनी रात में झोपड़ियों में दियो की मंद रोशनी में रंगीन रातें भी मधुर गीत गाने लगीं हैं।
खेतो की पगडंडियो पर मजदूरों की कतारें अब आने जाने लगीं हैं।।4।।

विजय गावंडे
कवि, शिक्षक, पत्र लेखक, शाहपुर

Related posts

विद्याकुंज में ट्रैफ़िक पुलिस का पेरेंट्स के लिए सेमिनार,स्टूडेंट्स के लिए स्कूल बस ही सबसे सुरक्षित , पेरेंट्स उसे ही प्राथमिकता दे – डी एसपी ट्रैफिक

Public Look 24 Team

अब शीघ्र जारी होंगे कर्मचारियों के क्रमोन्नति के आदेश

Public Look 24 Team

शाहपुर थाना प्रभारी श्रीअखिलेश मिश्रा एवं अन्तर्राष्ट्रीय खिलाडी कु. अश्मिरा मिश्रा ने सूर्य पुंज एज्युकेशनल एकेडमी मेंस्व. उमराव सिंह चंदेल शूटिंग क्लब की ली जानकारी

Public Look 24 Team
error: Content is protected !!