बुरहानपुर। बुधवार से भगवान बालाजी का वार्षिक मेला शुरू होगा। बालाजी महाराज शाम को 6 बजे महाजनापेठ स्थित मंदिर से हनुमानजी के कंधे पर गुप्तेश्वर मंदिर होते हुए सतियारा घाट स्थित बालाजी घाट पर पहुचेंगे। पुजारी चन्दु महाराज व मंदिर संस्थान के आशीष भगत ने बताया कि सतियारा घाट पर श्री जी का कुंभा अभिषेक होगा।21ब्राम्हणों के द्वारा बालाजी महाराज का अभिषेक किया जायेगा।अभिषेक के बाद बालाजी महाराज को भक्तो के साथ नदी में 3 डुबकी लगाई जाएगी।उसके बाद श्री जी को अपने मंदिरनुमा अस्थायी पांडाल में विराजमान किया जाएगा।
मंदिर संस्थान के आशीष भगत ने बताया कि शारदीय नवरात्र में शुरू हुए बालाजी महोत्सव अंतर्गत एकादशी से तेरस तक हर वर्ष सतियारा घाट पर बालाजी का मेला लगता है। करीब 3 शताब्दी से लग रहे मेले में 3 दिन रात तक भगवान बालाजी नदी के तट पर अस्थायी पंडाल में विराजित रहते हैं। बुधवार,गुरुवार व शुक्रवार लगने वाले मेले में निमाड, मालवा के साथ ही महाराष्ट्र के खानदेश, विदर्भ, मराठवाड़ा व उत्तर महाराष्ट्र एवं गुजरात आदि स्थानों से हजारों श्रद्घालु भगवान श्री बालाजी के दर्शन करने पहुचेंगे। वर्ष 2020 व 2021 में कोरोना काल मे मेले की अनुमति नहीं मिलने से मेला नही लगा था।2022 में अचानक ताप्ती नदी के घाट पर रथयात्रा पहुचने के पहले ही जल स्तर अचानक बढ़ गया था।इसलिए 3 वर्षों से मेला का आयोजन नही हुआ था इस वर्ष मेला स्थल पर पूरी तैयारी नगर निगम व मंदिर समिति ने कर ली है।
बड़े बालाजी मंदिर समिति अध्यक्ष आशीष भगत ने बताया कि मंगलवार को दशहरा निमित्त बालाजी महाराज बड़े रथ में सात मुँह के धोड़े वाहन पर सवार होकर शहर के मुख्य मार्ग मंदिर से निकलकर पांडुमल चौराहा,गांधी चौक, फव्वारा चौक, शनि मंदिर होते हुए वापस मंदिर लोटे।अग्रसेन चौक स्थित एक भक्त के निवास पर श्री जी का शम्मी पूजन21 ब्राह्मणो के मंत्र उच्चार के बीच सम्पन्न हुआ।