बुरहानपुर-डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सामाजिक समरसता मंच के तत्वाधान में “समर्थ” जिला कार्यालय, लक्ष्मी नगर पर पूज्य वीर गोगादेव जी के छड़ी के पूजन का आयोजन किया गया.
सामाजिक सद्भभाव विभाग प्रमुख जगदीश वाढे ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी महापुरुष प्रेरणा के स्त्रोत होते हैं, वीर गोगादेव जी के राज्य में जाति पाति का भेदभाव नहीं था. वीर गोगादेव जी समाज सुधारक थे. सामाजिक समरसता प्रतिक है गोगा देव जी.उनके राज्य में नशाखोरी, दहेज लेना पूर्णतः प्रतिबंधित था. वीर गोगादेव जी गौ भक्त थे, इनके राज्य में 51 गौशालाएं थीं. खेती और गौशाला के लिए नौजवानों को प्रेरित किया. वीर गोगादेव जी को सर्पों के विष को नष्ट करने की अलौकिक शक्ति प्राप्त थी, इसलिए इन्हें जाहिर वीर के नाम से भी जाना जाता था.
जिला सामाजिक समरसता प्रमुख सुधीर मिसाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की गोगा देव जी किसी एक समाज के ना होकर समूचे राष्ट्र के लिए पूजनीय है. गोगा देव जी ने अपने समाज को एकत्रित कर आक्रांताओ का वीरता पूर्वक सामना किया और आप वीर कहलाए.समाज को उनसे प्रेरणा मिलती है .छड़ी का पूजन दर्शन कर हम सब धन्य हुए आप किसी एक समाज के ना होकर समूचे राष्ट्र के लिए पूजनीय है। छड़ी पूजन के इस कार्यक्रम में धूप दीप नैवेद्य के साथ ढोल एवं शंख के वादन के साथ सभी उपस्थित जनों ने भजन एवं आरती की.
इस अवसर पर विभिन्न समाज के प्रमुखों ने छड़ी पूजन किया। साथ ही गोगादेव की छड़ी लेकर चलने वाले भक्तों को श्री फल भेटकर सम्मानित किया.