शीर्षक – वोट डालने चलो रे साथी
विधा – मुक्तक
वोटर डालने चलो रे साथी
लोकतंत्र के बनो बाराती।।
चुनाव नही,मतदान करे।
नए भारत का निर्माण करे।।
भारत के नव निर्माण में।
भागीदार बने मतदान में।।
वोट डालने चलो रे साथी
लोकतंत्र के बनो बाराती।।
कोई कितना भी बरगलाये।
अपने विवेक को जगाये।।
करे सही पहचान, निभाये देश कामान।
अबकीबारकर्तव्यअपनासभी
निभाये।
वोट डालने चलो रे साथी
लोकतंत्र के बनो बाराती।।
सुनलो बहना सुनो भाई अपना कर्तव्य निर्वाह करने की आई बारी।
मतदान करो बहना और भाई।
यह तुम्हारा अधिकार है माई।।
वोट डालने चलो रे साथी
लोकतंत्र के बनो बाराती।।
अपने अधिकार का करो उपयोग।
करो अपने मत का सही उपयोग। ।
जागरूक नागरिक का बनो प्रमाण।
जनता का शासन जनता द्वारा,
करो मतदान इस पर्व का सवमाण। ।
वोट डालने चलो रे साथी
लोकतंत्र के बनो बाराती।।
हम भारतवासी है।
मध्य स्थल के वासी।
विकास करना अपने प्रदेश का हम सब का सपना है।
अब आई स्वप्न पुर्ण करने की बारी मतदान करो सब बारी -बारी।।
वोट डालने चलो रे साथी
लोकतंत्र के बनो बाराती।।
स्व रचित मौलिक अधिकार सुरक्षित
सुनंदा गावंडे शिक्षक बुरहानपुर म.प्र।