बुरहानपुर। माँ ताप्ती के किनारे बसे बुरहानपुर शहर की अपनी एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत रही है, इसी सांस्कृतिक विरासत की कड़ी में आज भी बुरहानपुर की कला प्रेमी जनता सांस्कृतिक कलात्मक और रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन निरंतर करती रही है और उसमें उसकी सक्रिय सहभागिता रहती है। इन्ही कलात्मक एवं रचनात्मक गतिविधियों की परंपराओं में बुरहानपुर के समीप ग्राम धामनगांव स्थित मां वाघेश्वरी के मंदिर में प्रतिवर्ष चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर ग्रामोदय मेले का आयोजन किया जाता रहा है एवं विगत 2 दशकों से यह परंपरा चली आ रही है। इस वर्ष भी चैत्र की नवरात्रि में 9 अप्रैल गुड़ी पड़वा से 17 अप्रैल श्री राम नवमी 2024 तक ग्राम धामनगांव में ग्रामोदय मेले का आयोजन किया जा रहा है। किन्तु इस बार मेले का स्वरूप लोकसभा चुनाव एवं आदर्श आचार संहिता के कारण संक्षिप्त करने हेतु बाध्य है।
यह जानकारी भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने दी। श्रीमती चिटनिस ने बताया कि आदिशक्ति के पर्व चैत्र नवरात्र के अवसर पर बुरहानपुर के ग्राम धामनगांव में 9 अप्रैल गुड़ी पड़वा से 17 अप्रैल श्रीराम नवमी 2024 तक मां वाघेश्वरी ग्रामोदय मेला का आयोजन होगा। जिसमें महिलाओं एवं बच्चों के लिए मीना बाजार, झुले, चौपाटी, मिक्की माउस, ऊंट, घोड़े, कुल्फी, आईस्क्रीम, बर्फ के गोेले की दुकानों सहित युवक, युवतियों की पसंदीदा कपड़ों की दुकानें लगेंगी। 12 अप्रैल को शाहपुर के ज्ञानदीप विद्यालय में प्रातः 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन होगा। वहीं 17 अप्रैल को श्री राम नवमी पर ग्राम धामनगांव में रात्रि 8 बजे से भक्तिमय श्री खाटूश्याम बाबा जी की विशाल भजन संध्या होगी। गत वर्षों की भांति इस वर्ष खेल प्रतियोगिताएं, कृषक संगोष्ठी सहित इत्यादि आयोजन नहीं किए जाने का निर्णय लिया गया है। चैत्र रात्रि के 9 दिनों तक श्रीमती चिटनिस यहां रात्रि में रूककर प्रतिदिन होने वाली पूजा-अर्चना में सम्मिलित होगी। वहीं धामनगांव पहाड़ी जैसा हरियाली नुमा बंभाड़ा शिवपर्वत पर जारी वन संस्कार अभियान जारी रहेगा। चैत्र नवरात्रि के 9 दिनो में वन संस्कार अंतर्गत शिव पर्वत पर वृहद पौधारोपण कार्य जारी रहेगा।
14 वर्षों से जारी है ग्रामोदय मेले का आयोजन
ज्ञात हो कि क्षेत्र की जागरूक जनप्रतिनिधि एवं विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) लगभग 14 वर्षों से चैैत्र नवरात्रि के 9 दिन ग्राम धामनगांव स्थित मां वाघेश्वरी मंदिर परिसर अंतर्गत ग्रामीण परिवेश के आवासीय संरचना में रूकती है। इस दौरान श्रीमती चिटनिस ग्रामीण क्षेत्रों में जल जागरण, स्वच्छता, ग्रामीण अर्थव्यवस्था आधारित रोजगार हेतु प्रशिक्षण, अध्ययन, वाचन-प्रवचन, प्राणायाम-योगाभ्यास, खेलकूद-सौष्ठव गतिविधियां और परंपरागत भारतीय कृषि के संदर्भ में युवाओें और कृषकों के साथ संवाद करने का क्रम निरंतर जारी है। जिसमें प्रातः से ग्रामीण चौपाल सहित गांव-गली और द्वार-द्वार पहुंचकर जनजागरण-जागरूकता अभियान के माध्यम से पानी, सफाई, कृषि पद्धति पर जनता को साथ लेकर सकारात्मक प्रयास किए। दोपहर उपरांत अध्ययन अथवा सम्मेलन-संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से क्षेत्रिय जनता और युवाओं को आवश्यक जानकारियां, प्रशिक्षण जैसे कार्यक्रम के माध्यम से मां वाघेश्वरी परिसर में देशानुकूल एवं युगानुकूल विकास को आधार बनाकर गतिविधियां आयोजित की जाती रही है।
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