मध्यप्रदेश की सरकार द्वारा हाल ही मे लगभग सभी कर्मचारियों को चुनाव के पूर्व उनकी न्यायोचित मांगो का सम्मान करते हुए उन्हें पुरुस्कृत किया है। ज्ञात होवे कि, वर्तमान मे मध्यप्रदेश सरकार के माध्यम आऊट सोर्सिंग कर्मचारी हर विभाग मे कार्यरत है। उन्हें अपने परिवार के लालन पालन हेतु लगने वाले खर्च के बराबर भी तनखाह नही मिल रही है। युवा कांग्रेस के चंद्रहास शिंदे ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से माँग करते हुए कहा कि हाल ही में राजस्थान और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आउटसोर्स कर्मचारियों के वेतन मे बढ़ोतरी कर तोहफा दिया है। राजस्थान में उच्चकुशल का नूतन वेतन 23 हजार 585 रूपया है। कुशल का 20हजार 450, और अ कुशल का 17हजार 300 इस अनुपात मे मध्य प्रदेश सरकार के श्रम आयुक्त के द्वारा जारी 1अक्टूबर से अकुशल 9हजार 825, कुशल 12,000 और उच्च कुशल का 13हजार 300 करने संबंधी आदेश है। देश एक ही लेकिन दोनो राज्यो की अपेक्षा मध्य प्रदेश ने वेतन विसंगति अधिक है। एम पी के राज्य सरकार को अन्य राज्यो मे बड़े वेतन के अनुमान से मध्य प्रदेश के आउटसोर्स कर्मचारियों का वेतन लाभ देना चाहिए। आज मुख्यमंत्री बुरहानपुर जिले के दौरे पर है इसलिए प्रदेश मे कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों की वेतन विसंगती को दूर कर चुनाव पूर्व उनके वेतन बढाने की घोषणा करें।