बुरहानपुर – अखिल विश्व गायत्री परिवार युवा जागृति अभियान के तहत शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में गोलोक धाम खड़कोद में एक दिवसीय जिला स्तरीय युवा चेतना शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें
शहरी व ग्रामीण क्षेत्र से 450 युवाओ ने भाग लिया । शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे राष्ट्रीय युवा प्रकोष्ठ के श्री आशीष सिंह, प्रमोद बारचे, व सिरपुर महाराष्ट्र से श्रीमती रेखा भगत ने युवाओ को संबोधित किया। श्री सिंह ने युवा जागरण बनाम राष्ट्रीय जागरण विषय पर अपने विचार रखें उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी शक्ति उस राष्ट्र की तरुणाई होती है वर्तमान में भारत की जनसंख्या का 65% युवा है यदि इस युवा तरुणाई को सही दिशा दे दी जाए तो भारत ज्ञान के क्षेत्र में जगतगुरु, राजनीतिक दृष्टि से चक्रवर्ती सम्राट, धन के क्षेत्र में सोने की चिड़िया बन सकता है श्री प्रमोद बरसे ने वर्तमान में युवा और युवा चुनौतियां विषय पर अपने विचार रखें उन्होंने कहा की एक और तो भारत युवाओं से भरा देश है लेकिन वही दूसरी ओर युवावर्ग व्यसन व फैशन में भटक रहा है युवाशक्ति को आज आवश्यकता है की उन्हे व्यसन से बचा सृजन में लगाया जाय। उन्होंने कहा की स्वस्थ युवा से सशक्त राष्ट्र, शालिन युवा से श्रेष्ठ राष्ट्र, स्वावलंबी युवा से संपन्न राष्ट्र और सेवाभावी युवा से सुखी राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है।
श्रीमती रेखा भगत ने युवाओं के व्यक्तित्व परिष्कार विषय पर अपने विचार रखें उन्होंने कहा की व्यक्तित्व का निर्माण हमारी सोच और भावनाओं पर निर्भर करता है यदि चिंतन में उत्कृष्ट वह भावनाओं में श्रेष्ठ था का समावेश किया जाए तो वह हमारे व्यक्तित्व में भी झलकता है गायत्री मंत्र व्यक्तित्व निर्माण की सर्वश्रेष्ठ संजीवनी है।
कार्यक्रम में उद्बोधन के प्रमुख बिंदु -:
- हमें वर्तमान में आगे खुलकर सपना देखना चाहिए और सपनों को पूरा करने के लिए जागरूक रहें: आपके सपनों को पूरा करने के लिए आपको उन्हें पहचानने और मन में रखने की आवश्यकता है।
- शिक्षा का महत्व समझें: शिक्षा आपके करियर के माध्यम से आपकी ऊर्जा को दिशा देने में मदद कर सकती है, इसलिए योग्यता पर ध्यान दें। और विद्या के माध्यम से जीवन जीने की सीखते है
समाज के साथ योगदान करें: युवा शक्ति का उपयोग समाज के लिए सहायक हो सकता है, इसलिए सेवा के माध्यम से समर्थन प्रदान करें।
आत्मनिर्भर बनें: आत्मनिर्भरता का महत्व समझें और अपनी आत्मा को विकसित करने के लिए अपने कौशलों को सीखें।
नए विचारों का स्वागत करें: नवाचार, विचारशीलता और सोच को बढ़ावा दें।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ
“नशा मुक्ति अभियान” के तहत युवाओं को नशा मुक्त करने के लिए संदेश दिया
- स्वास्थ्य को महत्व दें: नशे का सेवन स्वास्थ्य को कहर पहुंचा सकता है, इसलिए अपने स्वास्थ्य को महत्व दें.
- समर्थन ढूंढें: नशे की आदत से मुक्ति पाने के लिए परिवार और दोस्तों का साथ और समर्थन महत्वपूर्ण है.
- आत्म-संयम बढ़ाएं: अपनी इच्छाशक्ति और आत्म-संयम को मजबूत करें, ताकि आप नशे से दूर रह सकें.
- नए रूचियों का पालन करें: समय और ऊर्जा को किसी नए रूचि या कार्य में निवेश करें.
- सहयोग खोजें: नशे के खिलाफ लड़ाई में सहायता प्रदान करने वाले संगठनों या व्यक्त