बुरहानपुर नेपानगर में स्थित नेपा लिमिटेड कागज कारखाना उगल रहा जहर यानी फैक्ट्री से निकलने वाला केमिकल युक्त पानी शहर की मसक नदी में छोड़ा जा रहा,जिससे नदी में जम रहे पोपडे और गाद और जीव जंतु और पशु मर रहे पानी पीने से।
नदी के आसपास के किसान इसी नदी से इरिगेशन कर करते हैं सिंचाई, जहरीला केमिकल युक्त पानी आने से फसले हो रही नष्ट, मसक नदी से के आसपास नेपानगर के लोगों की कृषि भूमि हैं मसक नदी से पाईप लाईन बिछाकर यहां के किसान खेतों में सिचाई करते हैं। किन्तु निजी कंपनी के ईटीपी प्लाट से मसक नदी में कैमिकल युक्त पानी छोड़ा जा रहा है जो किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रही है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे है। क्षेत्र के किसान मेघनाथ इटकर ने बताया कि मेरी मसक नदी से लगकर कृषि भूमि है मेरे द्वारा मसक नदी से एरिगेशन करके फसलों की सिंचाई की जा रही है। लेकिन पिछले दो माह से नदी का पानी गंदा आ रहा है इस कारण खेत में लगी गन्ने की फसल खराब हो रही है। कैमिकल युक्त पानी आने से नदी का पानी दूषित हो गया है किसानो ने नेपानगर एसडीएम और नेपा लिमिटेड प्रबंधन को इस सम्बंध में लिखित रूप से भी की गई है शिकायत की गई किन्तु कोई कार्यवाही नही हुई।मसक नदी का पानी कुछ ही दूरी पर बह रही सूर्य पुत्री ताप्ती नदी के पानी में जाकर मिलता हूँ ताप्ती नदी के पानी का उपयोग बुरहानपुर जिले की 75 प्रतिशत लोग पीने के लिए करते हैं इसके साथ ही यह पानी रखती एवं अन्य कार्यों के लिए उपयोग किया जाता हूँ।
करोड़ों का प्लाट हुआ फैल ,करोड़ों रूपयें की लागत से ईटीपी प्लांट का निर्माण किया है प्लांट के चारो ओर कैमिकल युक्त पानी निकलकर गाद जम गई है।नेपा लिमिटेड कागज कारखाने अधिकारियों द्वारा प्रोजेक्ट निर्माण के दौरान यह कहा गया था कि ईटीपी प्लाट के माध्यम से कंपनी से निकलने वाला गंदे पानी को पुन रिसाईकल से वापस उपयोग में ले लिया जाएगा और पहले की तरह प्लप मिल बनाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। I
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