शैक्षणिकमातृभाषा दिवस पर पचरंगो मालवो की मालवी गोष्ठी संपन्न हुई by Public Look 24 TeamFebruary 20, 2022February 20, 20220477 इंदौर जिले मालवी भाषा का प्रचार प्रसार करने वाली साहित्य संस्था पचरंगो मालवो इंदौर द्वारा मातृभाषा दिवस पर मालवी साहित्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । संस्था के संस्थापक श्री राजेश बाबू भंडारी के संयोजन में राऊ स्थित आर्य समाज मंदिर में मालवी के साहित्यकारों ने जमकर रचना पाठ किया । इस अवसर पर मालवी की साहित्यकार श्री सुषमा दुबे का उनकी नवीन पुस्तक चिंया के लिये सम्मान किया गया । कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री लक्ष्मी नारायण मुकाती , मुख्य अतिथि सुषमा दुबे तथा पधारे सभी कवियों के स्वागत सत्कार के पश्चात महू के कवि राधेश्याम गोयल ने मालवी में सरस्वती रचना सुनाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा सुंदर होली गीत सुनाया और कोरोना की विपदा पर सुंदर व्यंग्य रचना सुनाई । बिजलपुर के कवि नंदकिशोर चौहान (गुड़ की भेली ) ने होयगा फजीहतवाडा व्यंग्य रचना सुनाकर खूब दाद बटोरी । इंदौर के कवि भीम सिंह पंवार भीमू ने इना कोरोना का मारे देश को हुई गियो बुरो हाल तथा गोलू का गांव चलो रे दो सुंदर गीत सुनाकर खूब दाद बटोरी । इंदौर की वरिष्ठ कवयत्री सुषमा दुबे ने कई बतावां तमारे या जिंदगी नवाब सी लगती थी सुनाकर बचपन की यादें ताजा कर दी तथा म्हारा आंगना में उतरियो है फागणो सुंदर गीत सुनाया । कार्यक्रम के संयोजक राजेश बाबू भंडारी ने अपनी मालवी के बचाओ म्हारा मालवा लाल रचना से सभी को जागृत किया तथा शहर की चकाचौंध में लुप्त होती गांव की संस्कृति पर सुंदर व्यंग्य सुनाकर खूब दाद बटोरी । कवि द्रोणाचार्य दुबे ने म्हके म्हारो बचपन लौटई दो नी दादा मार्मिक रचना के साथ शमशान घाट में कवि सम्मेलन हास्य रचना से सभी को खूब हंसाया ।कार्यक्रम में श्री अरूण आर्य , अनिल आर्य , वासुदेव भूत ,मुकेश पाटीदार , आनंद पाटीदार , नवीन पाटीदार , यश सुले आदि ने मालवी कविताओं का भरपूर आनंद लिया । कार्यक्रम का सुंदर संचालन राजेश बाबू भंडारी ने किया तथा आभार द्रोणाचार्य दुबे ने किया ।