
बुरहानपुर – एमपी के निजी स्कूलों, किताब बेचने वालों और दुकानदारों के बीच की साठगांठ के खत्म करने के लिए जबलपुर जिला प्रशासन ने एक पहल की थी। इस पहल में जिला प्रशासन ने बुक मेले का आयोजन किया, यह आयोजन इतना सफल रहा की अब इसे एमपी के कई और जिलों में आयोजित करने का फैसला लिया गया है। इससे गरीब और मिडिल क्लास परिवारों को निजी स्कूलों और दुकानदारों की मनमानी से राहत मिलेगी।
जानकारी के लिए के बता दें, कि स्कूल शिक्षा विभाग ने पुस्तक मेला आयोजन को लेकर एमपी के विभिन्न जिलों के कलेक्टरों को आदेश दिया है। अब एमपी के हर जिले में पुस्तक और यूनिफार्म मेले आयोजित किए जाएंगे। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि गरीब और मिडिल क्लास माता-पिता उचित मूल्य पर किताबें और स्टेशनरी खरीद सकें।
शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश
जबलपुर में आयोजित पुस्तक मेले की सफलता के बाद एमपी के सभी जिला कलेक्टरों को शिक्षा विभाग ने लिखित निर्देश जारी किया है । स्कूल शिक्षा विभाग ने अपने पत्र में जिला कलेक्टरों को निर्देश दिया है कि यदि उनके जिले में निजी स्कूलों, प्रकाशकों और पुस्तक विक्रेताओं की मिलीभगत के कारण छात्रों और अभिभावकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, तो इसका आकलन करने के बाद पुस्तक मेले का आयोजन किया जाए। आयोजन के लिए प्रत्येक जिले में स्थानीय परिस्थितियों, उपयुक्त स्थानों का यथाशीघ्र चयन किया जाना चाहिए। इसी आदेश के अंतर्गत बुरहानपुर जिले में भारतीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दिनांक 9 और 10 जून को दो दिवसीय पुस्तक में लिखा आयोजन किया जा रहा है।

जिसमें सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालय, सीबीएसई, आईसीएसई, एमपी बोर्ड तथा अनुदान प्राप्त विद्यालयों के गणवेश और स्टेशनरी विक्रेता अपना स्टॉल लगाएंगे, जिसमें पालक और विद्यार्थी सामग्री क्रय कर सकते हैं। जिला शिक्षा अधिकारी संतोष सिंह सोलंकी ने जिले के सभी विद्यार्थियों, पालकों और जागरूक नागरिकों से अपील की है कि इस तीन दिवसीय पुस्तक और गणवेश मेले में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर पाठ्य पुस्तकें, शाला गणवेश और अन्य स्टेशनरी सामग्री रियायती दामों में क्रय करके मेले को सफल बनाने में अपना सहयोग प्रदान करें।
