: शिक्षक दिवस पर विशेष -" गुरु"

महेश मावले
Thu, Sep 4, 2025

गुरु ज्ञानी होते हैं
पावन उनके संस्कार रामकृष्ण की बनी कहानी गुरु का ही उपकार,
झुका लूं मैं शीश अपना,
कर लूं चरण पखार,
गुरु ज्ञानी होते हैं,
पावन उनके संस्कार।।
श्रद्धा सुमिरन सेवा आपकी निर्मल अमृत धार,
झुका लूं मैं शीश अपना कर लु चरण पखार,
गुरु होते है ज्ञानी ,
पावन उनके संस्कार।।
गुरु ही गोविंद का ज्ञान कराए,
सिखाए स्नेह, ममता, प्यार,
डूबे जब नैया शिष्य की बनते
आप ही खेवनहार ,
झुका लु मैं शीश अपना
कर लु चरण पखार
गुरु ज्ञानी होते हैं
पावन उनके संस्कार।।
सुनीता चौकसे

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